कसैटी में दो और लोगों की बुखार से मौत, हड़कंप
शीतलपुर के गांव कसैटी में बीमारी के हालात नियंत्रण से बाहर होत
एटा, जागरण संवाददाता: शीतलपुर के गांव कसैटी में बीमारी के हालात नियंत्रण से बाहर होते जा रहे हैं। शनिवार रात यहां के दो और लोगों की बुखार से मौत हो गई। इससे पहले एक महीने में बीमारियों से दस लोगों की जान जा चुकी है। जिसे लेकर गांव के लोग भयभीत हैं।
पंकज की करीब 40 वर्षीय पत्नी संगीता को दो दिन पहले बुखार आया। उन्होंने यहां एक निजी चिकित्सक के यहां इलाज लिया। उन्होंने गंभीर हालत बताते हुए आगरा ले जाने की सलाह दी। शनिवार को आगरा के निजी अस्पताल में भर्ती कर लिया , जहां रात में उनकी मौत हो गई। बीमारी की जानकारी नहीं हो सकी। इनके अलावा गांव के अजीत माथुर के 16 वर्षीय पुत्र आदित्य को चार-पांच दिन से बुखार आ रहा था। स्थानीय स्तर पर दवा लेते रहे। एकदम से स्थिति बिगड़ने पर अलीगढ़ ले गए। शनिवार रात में मौत हो गई। एक ही रात में दो मौत के बाद गांव में हड़कंप और भय का माहौल बना हुआ है। दो लोगों को निकला डेंगू, इमरजेंसी में भर्ती महीने भर से इस गांव में बीमारियों का प्रकोप बना हुआ है। इस अंतराल में दस लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि करीब दो सैकड़ा लोग बीमार हैं। जिनका शहर के निजी चिकित्सकों और झोलाछापों के यहां इलाज चल रहा है। गंभीर हालत वाले कुछ लोग आगरा में भी भर्ती हैं। अधिकांश लोगों का इलाज झोलाछापों के यहां चलने के कारण बीमारी की सही स्थिति पता नहीं लग पा रही थी। मामला सुर्खियों में आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने तीन दिन से मेडिकल टीम भेजना शुरू की हैं। जिसके साथ ही बीमारियां भी सामने आने लगी हैं। शनिवार को सात लोग डेंगू पीड़ित पाए गए। रविवार को डा. मनोज गुप्ता, डा. उत्सव जैन, डा. विक्रांत की टीम ने लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। सीएमओ डा. अरविद कुमार गर्ग भी शाम के समय गांव में पहुंचे। जांच में आशा देवी और रेशमपाल को डेंगू मिला है। दोनों का जिला अस्पताल की इमरजेंसी में इलाज शुरू किया गया है। वर्जन कसैटी में दो लोगों की मौत हुई है, जिनमें बीमारी स्पष्ट नहीं हो सकी है। गांव के लोगों को रोग प्रतिरोधक दवाएं दी जा चुकी हैं। डीडीटी और एंटी लार्वा दवाओं का स्प्रे कराया जा चुका है। मेडिकल टीम लगातार ओपीडी कर रही हैं।
- डा. अरविद कुमार गर्ग, सीएमओ