कासगंज में हिंसा के बाद तीसरे दिन शांति बहाली में जुटा प्रशासन
सुबह से ही पुलिस ने आज जहां यहां पर नामजद आरोपियों के साथ ही चिन्हित उपद्रवियों की धरपकड़ को जगह-जगह दबिश दी, वहीं प्रशासन ने दोपहर में शांति समिति के साथ मीटिंग की।
कासगंज (जेएनएन)। गणतंत्र दिवस पर तिरंगा यात्रा के दौरान हिंसा में युवक चंदन गुप्ता की मौत के बाद जल उठे शहर में आज तीसरे दिन दोपहर के बाद लोगों को थोड़ी राहत मिली है। जिला तथा पुलिस ने तीन दिन से दहशत में रह रहे कासगंज के लोगों में विश्वास पैदा करने की कवायद शुरू कर दी है।
सुबह से ही पुलिस ने आज जहां यहां पर नामजद आरोपियों के साथ ही चिन्हित उपद्रवियों की धरपकड़ को जगह-जगह दबिश दी, वहीं प्रशासन ने दोपहर में शांति समिति के साथ मीटिंग की। जिसके बाद सभी वर्ग के लोगों ने अपने क्षेत्र के बाजारों को खोलने और अमन बहाली करने का आह्वान किया। आज शाम होते-होते यहां पर प्रशासन की कवायद का असर भी दिखने लगा।
शाम से बाजारों में दुकानों के खुलने का सिलसिला शुरू हो गया। सड़कों पर पसरे सन्नाटे की जगह लोगों की आमद रफ्त ने ले ली। सुबह एक दुकान में आगजनी के अलावा अन्य कोई अप्रिय घटना की सूचना भी नहीं आई है।
तीन दिन के बाद कासगंज हिंसा के मामले में आज शांति कायम हो गई। आज शाम को यहां अलीगढ़ कमिश्नर सुभाष चंद्र शर्मा ने एक बैठक कर अधिकारियों से चर्चा की। इसके बाद दुकानदारों ने खुद जिम्मेदारी लेकर दुकानें खोल दीं। दुकानदारों का कहना है कि हम सब एक है आपस में नहीं लड़ेंगे और एकता की मिसाल कायम करेंगे। वहीं आईजी संजीव कुमार ने कहा है कि हालात कंट्रोल में हैं। मुख्य अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। उसके घर से एक देशी बम और पिस्तौल भी बरामद किया गया है।
डीजीपी ने की अफवाह ना फैलाने की अपील
उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने कहा है कि अफवाह न फैले इसलिए कासगंज में इन्टरनेट सेवाओं को रोका गया था। बाहरी नेताओं के आने से माहौल खऱाब हो सकता है, इसलिए उनकी एंट्री पर रोक है। उन्होंने कहा कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। डीजीपी ने अपील की है कि कोई भी अफवाह ना फैलाये ताकि शांति व्यवस्था बनी रहे।