होम्योपैथी शरीर पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाली चिकित्सा पद्धति
जागरण संवाददाता, एटा: विश्व की नामचीन चिकित्सा पद्धति होम्योपैथी के जनक सर हैनिमैन का जन्मदिन विश
जागरण संवाददाता, एटा: विश्व की नामचीन चिकित्सा पद्धति होम्योपैथी के जनक सर हैनिमैन का जन्मदिन विश्व होम्योपैथी दिवस के रूप में सरकारी व प्राइवेट चिकित्सकों द्वारा धूमधाम से मनाया गया। वहीं होम्योपैथी को शरीर पर बिना किसी प्रतिकूल प्रभाव डाले उपचार करने वाली चिकित्सा पद्धति बताया।
अंबेडकर पार्क में आयोजित कार्यक्रम में जिला चिकित्सालय के चिकित्साधिकारी डा. राजपाल ¨सह ने सर हैनिमैन के जीवन पर प्रकाश डाला तथा सभी चिकित्साधिकारियों व स्टाफ सदस्यों ने पैथी के जनक के चित्र पर पुष्पार्चन किया। इसके साथ ही कैंप लगाकर रोगियों के स्वास्थ्य का परीक्षण किया। इस मौके पर काफी संख्या में मुहल्ला निवासी मौजूद थे। वहीं शहर के जीटी रोड स्थित डा. आरपी ¨सह के क्लीनिक पर विश्व होम्योपैथी दिवस पर चिकित्सकों ने पैथी जनक फ्रेडरिक सैमुअल हैनिमैन का जन्म दिवस मनाया। जिसमें हैनिमैन के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलन से प्रारंभ कार्यक्रम में बोलते हुए जिला होम्योपैथ अधिकारी डा. दिनेश चंद्र शर्मा ने कहा कि मौजूदा परिस्थितियों में सिर्फ होम्योपैथी ही ऐसी पैथी है। जो बिना किसी साइड इफैक्ट के रोगी की बीमारी का उपचार करती है। इस पैथी का कार्य बीमारी को जड़मूल से समाप्त करना है, ऐसे में इसका असर भी लोगों को कुछ देर से प्रतीत होता है। कार्यक्रम में डा. राजेंद्र प्रसाद शर्मा व डा. आरके ¨सह सोलंकी , डा. के के गुप्ता, डा. मनोज शाक्य, डा. आरपी ¨सह, डा. श्रीकांत कुलश्रेष्ठ, डा. विवेक वशिष्ठ, डा. भूप¨सह राजपूत, डा. रजनीश पाठक, डा. पुष्पराज ¨सह राजपूत ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
इस मौके पर डा. गीता राजपूत, डा. वीरेंद्र ¨सह बघेल, डा. मनमोहन ¨सह तोमर, डा. पवन गुप्ता, डा. दिनेश कुमार, डा. दीपांशु, विनोद कुमार, डा. अग्रजा मिश्रा, डा. प्रियंका सचान, डा. अर्चना पाठक, डा. वेदप्रकाश आदि मौजूद थे।