शिक्षामित्रों ने फिर किया आंदोलन का एलान
एटा, जासं। सहायक अध्यापक के पद से हटाए जा चुके शिक्षामित्रों के हालात बेहद दयनीय हैं। उनकी सुरक्षा की कोई गारंटी सरकार भी नहीं दे रही। ऐसी ही व्यथा सोमवार को प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम अपर जिलाधिकारी प्रशासन धर्मेंद्र ¨सह को सौंपे ज्ञापन में जिले के शिक्षामित्रों ने एक बार फिर आंदोलन की चेतावनी दी है।
एटा, जासं। सहायक अध्यापक के पद से हटाए जा चुके शिक्षामित्रों के हालात बेहद दयनीय हैं। उनकी सुरक्षा की कोई गारंटी सरकार भी नहीं दे रही। ऐसी ही व्यथा सोमवार को प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम अपर जिलाधिकारी प्रशासन धर्मेंद्र ¨सह को सौंपे ज्ञापन में जिले के शिक्षामित्रों ने एक बार फिर आंदोलन की चेतावनी दी है।
उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के शिक्षामित्रों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बनारस में किए वायदे की याद दिलाई है। जिसमें प्रधानमंत्री ने शिक्षामित्रों की जिम्मेदारी स्वयं ली थी, ¨कतु आज तक उसे पूरा नहीं किया गया। उनका कहना है कि परिवार का भरण पोषण और जिम्मेदारियों का निर्वहन आर्थिक तंगी के चलते न कर पाने के चलते अब तक 1100 शिक्षामित्र अपना जीवन त्याग चुके हैं। शिक्षामित्र संघ के मंडल अध्यक्ष राजेश गुप्ता ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र ही शिक्षामित्रों की समस्या का समाधान केंद्र की मोदी सरकार और प्रदेश की योगी सरकार द्वारा नहीं किया गया तो मजबूर होकर शिक्षामित्र प्रदेश व्यापी आंदोलन छेड़ने को बाध्य होगा।
ज्ञापन सौंपने वालों में जिलाध्यक्ष मनोज यादव, हरिओम प्रजापति, ओमेंद्र कुशवाह, मो. इशाक, सुनील चौहान, भूपेंद्र यादव, राजेश यादव, अनिल यादव, विजय प्रताप शाक्य, राकेश कुशवाह, लेखपाल ¨सह, किशन शाक्य, ईश्वरदेव, ब्रजलता, नीलम यादव, एसके राजपूत आदि शिक्षामित्र शामिल है।