शक्ति रूपेण संस्थिता: श्रीदुर्गा महारानी मंदिर
ऐसे पहुंचे मंदिर श्रीदुर्गा महारानी मंदिर नगर के महावीरगंज क्षेत्र में स्थित है। मंदि
जलेसर: ऐसे पहुंचे मंदिर: श्रीदुर्गा महारानी मंदिर नगर के महावीरगंज क्षेत्र में स्थित है। मंदिर पहुंचने के लिए नगर के प्रमुख प्रवेश द्वार निधौली चौराहा से नगर के अंदर 300 मीटर चलना होगा। वहीं आगरा चौराहा से मुख्य बाजार में होकर 3 किलोमीटर दूरी पर है। इतिहास: श्रीदुर्गा महारानी मंदिर नगर के महावीरगंज में एक प्राचीन मंदिर है। मंदिर स्थल पर पूर्व में प्राचीन कालीन देवी का मठ बना हुआ था। जिस पर वर्ष 1954 में गन्नामल बारहसैनी ने मंदिर का निर्माण कराकर दुर्गा देवी की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा करायी। बाद में उन्हीं के पुत्र बाबूलाल बारहसैनी उर्फ चौबे जी मंदिर के सेवायत रहे। उनके कोई भी संतान नहीं थी। उस समय बच्चों की शिक्षा का उपयुक्त साधन न होने के कारण उन्होंने बाबूलाल बारहसैनी ट्रस्ट बनाकर सारी संपत्ति ट्रस्ट को दान देकर मंदिर के पार्श्व में सरस्वती दुर्गा मंदिर के नाम से बच्चों के विद्यालय की स्थापना की। आज वहां दुर्गा सत्संग भवन बना है। विशेषता: नगर के महावीरगंज स्थित श्रीदुर्गा महारानी का मंदिर अकूत श्रद्धा का केंद्र है। मंदिर बनने से पूर्व यहां सैकडों वर्ष पुराना देवी का मठ था, जहां मन्नत मांगने पर मनौती पूरी होती हैं। यूं तो नित्य ही यहां भक्तों की भीड़ रहती है कितु नवरात्र में भक्तों का तांता लगा रहता है। ------
- माता में बहुत शक्ति है यहां आने वालों के मनोरथ सिद्ध होते हैं। अनेक लोगों के बिगड़े कार्य पूरे होते देखे हैं। मनोकामनाएं पूर्ण होने के कारण मंदिर से लोगों की आस्था जुड़ी है। कुंवरपाल द्विवेदी, पुजारी
- बचपन से ही दुर्गा महारानी मंदिर में दर्शन के लिए जाता हूं। दुर्गा महारानी में अपार शक्ति है। उनकी भक्ति से शक्ति मिलती है तथा जीवन की सभी विपदाएं टल जाती हैं। नवीन वाष्र्णेय, श्रद्धालु