प्रवासी मजदूरों का होगा सर्वे, घर बैठे मिलेगा राशन
जागरण संवाददाता एटा रेल बसों द्वारा आए प्रवासी मजदूरों को राशन पहले से ही दिया जा रह
जागरण संवाददाता, एटा: रेल, बसों द्वारा आए प्रवासी मजदूरों को राशन पहले से ही दिया जा रहा था। अब चोरी-छिपे आए प्रवासी मजदूरों को भी उनके घर पर राशन पहुंचाया जाएगा। इसके लिए सभी गांव व नगरीय क्षेत्रों में सर्वे शुरू करा दिया गया है।
बाहर से पलायन करके आने वाले मजदूर परिवारों के पास यहां गुजर-बसर की भी समस्या है। साथ ही उन्हें यहां आने पर पखवाड़े भर तक घरों में क्वारंटाइन रहने को बोला जाता है। ऐसे में उनके लिए परिवार का पेट भरना बड़ी चुनौती है। इस समस्या को देखते हुए सरकार ने आने वाले प्रवासी मजदूर परिवारों को एक पखवाड़े के राशन की किट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। बसों से यहां आने वाले मजदूरों को क्वारंटाइन सेंटर में एक-दो दिन रोककर किट देने के बाद घर भेजा जाता है। तीन हजार से अधिक मजदूरों को किटें दी जा चुकी हैं। अब सरकार ने आदेश में बदलाव किया है। जिसके तहत ऐसे मजदूरों को भी राशन की किट दी जाएगी, जो बिना सरकारी सिस्टम की जानकारी के अपने गांव-शहर पहुंचे हैं। अभी तक कहीं भी इस तरह के मजदूरों का कोई ब्योरा नहीं है। ऐसे में लेखपालों व ग्राम पंचायत सचिवों को जिम्मेदारी दी गई है कि वे अपने-अपने क्षेत्र में आए प्रवासी श्रमिकों की सूची तैयार करें। जिन्हें 1250 रुपये की करीब 31 किलो वजन की राशन किट दी जाएगी। बाहर से आने वाले सभी प्रवासी लोगों को राशन की किट दी जाएगी। जो लोग क्वारंटाइन सेंटर नहीं पहुंचे हैं, उनका सर्वे कराया जा रहा है। जिसके आधार पर उनके घर किट पहुंचाई जाएगी।
- विवेक कुमार मिश्र, एडीएम प्रशासन