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बुवाई तेज पर जिम्मेदार अभी निष्क्रिय

मौसम परिवर्तन के साथ किसान दिखा रहे सक्रियता दुकानदारों के रजिस्टर तक अपडेट नहीं

By JagranEdited By: Published: Thu, 19 Nov 2020 06:21 AM (IST)Updated: Thu, 19 Nov 2020 06:21 AM (IST)
बुवाई तेज पर जिम्मेदार अभी निष्क्रिय
बुवाई तेज पर जिम्मेदार अभी निष्क्रिय

जागरण संवाददाता, एटा: नवंबर के दूसरे पखवाड़े में मौसम बदलते ही किसान रबी की फसलों की बुवाई के लिए सक्रिय हो गए हैं। उधर कृषि विभाग के जिम्मेदारों का हाल यह है कि बाजार की निगरानी शुरू भी नहीं हुई। ऐसे में विक्रेता भी निश्चित हैं।

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15 नवंबर के बाद से ही रबी की फसलों की बुवाई का काम शुरू हो जाता है। इस साल फसलों की बुवाई के सही समय की शुरूआत पर ही बूंदाबांदी और बारिश को देख किसान भी फसलों को जल्द से जल्द बोने की कोशिश कर रहे हैं। त्योहार निपटते ही बीज तथा खाद की दुकानों पर भी भीड़ बढ़ने लगी है। खास बात यह है कि अधिकारी त्योहार के बाद भी कृषि बाजार की निगरानी को लेकर अभी तक सक्रिय नहीं दिख रहे। अभी तक बीज-खाद विक्रेताओं के यहां सैंपलिग या फिर बीज खाद के मूल्यों को लेकर पड़ताल के लिए छापेमारी शुरू नहीं हो पाई। पहले भी 220 नमूनों का लक्ष्य विभाग पूरा नहीं कर पाया और अब फिर से निष्क्रियता किसान हितों पर भारी पड़ सकती है। विक्रेता अभी भी खाद-बीज की पक्की रसीद नहीं दे रहे। स्टाफ तथा बिक्री रजिस्टर अपडेट नहीं हैं। यहां तक कि विक्रेताओं ने अपने बीज तथा खाद गोदाम की भी सूचना विभाग में अंकित नहीं कराई। यही हाल रहा तो इस सीजन में भी किसानों की परेशानी बढ़ेगी। जिला कृषि अधिकारी एमपी सिंह कहते हैं कि जल्द कार्रवाई शुरू होगी। प्राधिकार पत्र तक पास नहीं:

नए फसली सीजन के लिए जिले में विक्रेताओं ने बिक्री के लिए विभिन्न कंपनियों के बीज तो मंगा लिए हैं, लेकिन स्थिति यह है कि तमाम कंपनियों के प्राधिकार पत्र तक उनके पास नहीं है। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में बिना प्राधिकार पत्र के बीज बिक्री का जोर अभी से दिख रहा है।


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