नवजात बेटियों का पूजन पढ़ाने का दिलाया संकल्प
महिला सशक्तीकरण के लिए वर्षों से कार्यरत वामा संस्था ने नवरात्र पर्व में बेटियों के प्रति लोगों को जागरूक किया।
जागरण संवाददाता, एटा: महिला सशक्तीकरण के लिए वर्षों से कार्यरत वामा संस्था ने नवरात्र पर्व में बेटियों के प्रति लोगों को फिर सचेत किया। जिला महिला चिकित्सालय में संस्था की टीम ने संस्थापिका डॉ. निरूपमा वर्मा के नेतृत्व में नवजात बेटियों का पूजन किया। वहीं उनकी माताओं को बेटियों को शिक्षित बनाने का संकल्प दिलाया। पूजन के साथ बेटियों और उनकी माताओं को उपहार दिए।
जनपद में कन्या भ्रूण हत्या, जागरूकता के अलावा महिलाओं के उत्थान के लिए समाज को जागृत करने के लिए नवरात्र पर्व में बालिकाओं के पूजन की परंपरा शुरू की थी। सामाजिक चेतना के लिए इसी उद्देश्य को आगे बढ़ाते हुए महिला चिकित्सालय में पहुंची वामा संस्था की पदाधिकारियों ने देवी स्वरूपा नवजात बेटियों को अपने हाथों में लेकर स्नेह दिखाया। वहीं उनकी पूजा कर जन्म देने वाली माताओं को प्रोत्साहित किया। उन्हें संकल्प दिलाया कि वह बेटी को शिक्षित बनाएंगी।
संस्था प्रमुख ने कहा कि एक बेटी का मां बनना गर्व और सम्मान की बात है। आज बेटियां बेटों से बेहतर हैं। वह माताएं शौभाग्यशाली हैं जिनकी कोख से देवी स्वरूपा जन्म लेती हैं। इस मध्य बेटियों को कंबल, वस्त्र, बर्तन व उनकी माताओं को अच्छे स्वास्थ्य के लिए दलिया फल व मेवा के उपहार पैक दिए गए। इस दौरान नवजात बेटियों की मां गर्व महसूस करते दिखीं। संस्था ने समाज को भी कन्या भ्रूण हत्या को लेकर आइना दिखाया व सोच बदलने की बात कही। इस दौरान डॉ. निरूपमा वर्मा के अलावा इंद्रा सहाय, सिप्रा जोहरी, वर्षा कनौजिया, कुसुम यादव, अर्चना सक्सेना, डौली व अन्य महिलाएं मौजूद थीं।