एनआरसी हिदू-मुस्लिम मुद्दा नहीं, विघटनकारी है कानून
समाजवादी पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष अशरफ हुसैन ने कहा है कि नागरिक
एटा, जागरण संवाददाता : समाजवादी पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष अशरफ हुसैन ने कहा है कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी एक्ट हिदू-मुस्लिमों के बीच कायम भाईचारे को नफरत में बदलने की साजिश के तहत लागू किया गया है। यह कानून समाज में विघटन का पर्याय बनता जा रहा है। वे शनिवार को जीटी रोड स्थित पार्टी के कैंप कार्यालय में आयोजित बैठक को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि देश में स्वतंत्रता की लड़ाई हिदू मुस्लिम, सिख इसाई सभी धर्म संप्रदायों के लोगों ने मिलकर लड़ी। तब जाकर भारत को गुलामी से आजाद किया जा सका। मगर हमारे देश की इस एकता, अखंडता को अब राजनीतिक ताकतें तोड़ने का काम कर रही हैं। इसलिए इस काले कानून का समाजवादी पार्टी हमेशा विरोध करती रहेगी।
इसके अलावा मारहरा ब्लाक प्रमुख अनिल कुमार यादव, युवजन सभा के जिलाध्यक्ष भूपेंद्र प्रजापति, महिला सभा की जिलाध्यक्ष डा. राजकुमारी धनगर, सपा नेता अनिल सागर ने भी संबोधित किया। इस दौरान ने कार्यकर्ताओं से मतदाता पुनरीक्षण अभियान में जुटने का आह्वान किया। इस दौरान जिला महासचिव राजू यादव ,अनिल यादव प्रधान, कफील अहमद, राजाराम यादव, श्रवण चतुर्वेदी, देवेंद्र सिंह, हुंडीलाल यादव, सर्वेंद्र यादव, शादाब अब्बास, शीला प्रजापति, अजयवीर सिंह, अवधेश यादव, विजयपाल सिंह, वीरेद्र वर्मा, राजसिंह, कपिलराम, सावित्री कश्यप, उमेश यादव, नागेंद्र यादव, दीपक यादव आदि सपाई मौजूद थे।