नगला सुंदर में बीमारियों का प्रकोप
एटा,जागरण संवाददाता : बुखार की चपेट में ढाई दर्जन लोग आ गए, स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में जाकर सैंपल लिए।
जागरण संवाददाता, एटा: संक्रामक बीमारियों का हमला गांव-गांव फैलता जा रहा है। अब शीतलपुर ब्लॉक क्षेत्र के गांव नगला सुंदर में संक्रामक रोगों ने पांव पसार दिए हैं। ढाई दर्जन से अधिक लोग बीमार हैं। सोमवार को विभागीय अधिकारियों और डॉक्टरों की टीम गांव में पहुंची। जहां मरीजों की जांच के लिए खून के नमूने लिए और दवाएं बांटी गईं।
पखवाड़े भर पहले से यहां कुछ लोग बीमार हुए, जिनका उपचार भी हो गया, लेकिन बीमारियां अन्य परिवारों में फैलती गईं। हालत बिगड़ने पर आधा दर्जन लोगों को आगरा तक जाना पड़ा। कई लोगों का इलाज एटा के निजी चिकित्सकों के यहां चलता रहा। इनमें से कुछ लोगों को प्लेटलेट्स काउंट के आधार पर डेंगू मरीज बताकर इलाज चलाया। इसके कारण गांव में दहशत की स्थिति बन गई। सोमवार को सीएमओ डॉ. अजय अग्रवाल स्थिति देखने के लिए खुद गांव पहुंचे। मरीजों के घर पहुंचकर जानकारी ली। जांच रिपोर्ट और डॉक्टरों के पर्चे देखे। किसी में डेंगू की पुष्टि नहीं थी। डॉक्टरों की टीम को परीक्षण के दौरान 29 बुखार के मरीज मिले, जिनकी विभिन्न जांचों के लिए रक्त के नमूने लिए गए। साथ ही गांव में फॉ¨गग व एंटी लार्वा दवा का स्प्रे कराया। इस दौरान डिप्टी सीएमओ डॉ. एससी नागर, डॉ. नकुल राना, डॉ. राजीव किशोर, डीएमओ हरिप्रसाद, मलेरिया निरीक्षक लोकमन ¨सह मौजूद रहे। तीन पैथोलॉजी लैब को नोटिस: डिप्टी सीएमओ डॉ. आरएन गुप्ता ने जैथरा क्षेत्र के धुमरी कस्बा में निरीक्षण किया। यहां तीन पैथोलॉजी लैब अनाधिकृत रूप से चलती पाई गईं। टीम को देख संचालक मौके से भाग गए। लैबों पर नोटिस चस्पा किए गए। एक झोलाछाप सरनाम ¨सह को भी नोटिस थमाया।