नहीं बनी सहमति, सफाईकर्मियों की हड़ताल जारी
एटा: पालिकाध्यक्ष के न पहुंचने से कर्मचारियों में रोष दो दिन से कूड़ा न उठने के कारण क्षेत्र में गंदगी फैल गयी है।
जागरण संवाददाता, एटा: दूसरे दिन भी कोई समझौता नहीं होने के कारण सफाई कर्मियों की हड़ताल जारी रही। उधर दो दिन से हड़ताल रहने के कारण पूरे शहर में सफाई व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हैं। गलियों-सड़कों पर झाड़ू तक नहीं लग रही। नालियों में भी गंदगी बढ़ती जा रही है।
पालिकाध्यक्ष ने पिछले दिनों सेवा प्रदाता के जरिए काम कर रहे पांच सफाईकर्मियों की सेवा समाप्त की थी। इसे लेकर सफाईकर्मी भड़क गए। कार्रवाई के विरोध में उन्होंने गुरुवार से हड़ताल शुरू कर दी। इन पांच और पूर्व में 15 कर्मचारियों की बहाली की मांग रख दी गई है। अन्य दर्जन भर मांगें भी आंदोलन में जोड़ दीं। काम बंद कर कर्मचारी पालिका परिसर में ही धरने पर बैठ गए।
गुरुवार को पालिकाध्यक्ष मीरा गांधी के प्रतिनिधि के रूप में उनके पति राकेश गांधी पालिका में पहुंचे थे। लेकिन कर्मचारियों ने उनकी बात सुनना पसंद नहीं की। जिसके बाद शुक्रवार को भी हड़ताल जारी रही। दूसरे दिन भी जब कूड़ा नहीं उठा तो सबसे ज्यादा खराब हालात डलाबघरों के आसपास नजर आए। इन स्थानों पर कूड़ा और बढ़ गया। जानवरों और वाहनों के जरिए वह सड़क पर काफी दूर-दूर तक फैल रहा था। इस कूड़े से उठ रही बदबू के बीच लोगों का निकलना दूभर हो रहा था। जबकि आसपास दुकान वाले व्यापारी तो नाक पर रूमाल रखकर बैठने को मजबूर थे। उधर, उत्तर प्रदेशीय सफाई मजदूर संघ के पदाधिकारियों ने डीएम अमित किशोर से मुलाकात कर अपनी मांगें रखीं। जिन पर डीएम ने एएसडीएम व पालिका के प्रभारी ईओ रामदत्त राम से फोन पर बात की। अधिकारियों का रुख सकारात्मक भी था। पालिकाध्यक्ष की मंजूरी की जरूरत थी लेकिन वह दिन भर पालिका में पहुंचीं ही नहीं। उनके पति ही फिर पहुंचे और आश्वासन देते रहे। कुल मिलाकर हड़ताल खुलने को लेकर कोई सहमति नहीं बन सकी। घरों का कूड़ा बाहर फेंक रहे लोग
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घरों की डस्टबिन में कूड़ा संभालकर रख रहे लोग कर्मचारियों के न पहुंचने पर परेशान हैं। तमाम लोगों ने मजबूरन कूड़ा बाहर फेंकना शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि गर्मियों का मौसम है। कूड़े को अधिक समय तक रखने से उसमें बदबू पैदा हो जाती है। बारिश हुई तो बिगड़ जाएंगे हालात
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गनीमत यह है कि दो दिन से मौसम की मेहरबानी है। खिली धूप के चलते खुले में पड़े कूड़ा सूख रहा है। यदि बारिश हुई तो मुसीबत काफी बढ़ जाएगी। आज हो सकता है फैसला
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हड़ताल को लेकर आज कुछ फैसला आ सकता है। डीएम, एएसडीएम और पालिकाध्यक्ष प्रतिनिधि के रुख पर कर्मचारी मानने को तैयार भी हैं। लेकिन इसके लिए वे कोई ठोस आश्वासन चाहते हैं। संभव है कि आज उनकी मांग पर संयुक्त बैठक हो और इसमें लिए गए निर्णय के बाद हड़ताल समाप्त कर दी जाए।