तमाम समस्याओं से जूझ रहा नगला उम्मेद
एटा जासं। हर गांव को डिजिटल करने के सरकारी प्रयास जोरों पर भले ही चल रहे हो लेकिन निधौलीकलां ब्लाक की रफतनगर सेंथरा पंचायत का गांव नगला उम्मेद अभी तक इससे अछूता चल रहा है। निधौलीकलां कस्बा से दो किमी दूरी के बावजूद गांव को अभी तक विकास की दरकार है। कच्ची सड़कों पर पानी भरने के कारण लोगों का आवागमन तक प्रभावित हो जाता है।
एटा, जासं। हर गांव को डिजिटल करने के सरकारी प्रयास जोरों पर भले ही चल रहे हो, लेकिन निधौलीकलां ब्लाक की रफतनगर सेंथरा पंचायत का गांव नगला उम्मेद अभी तक इससे अछूता चल रहा है। निधौलीकलां कस्बा से दो किमी दूरी के बावजूद गांव को अभी तक विकास की दरकार है। कच्ची सड़कों पर पानी भरने के कारण लोगों का आवागमन तक प्रभावित हो जाता है।
गांव के लोगों का कहना है कि बार बार अधिकारियों को अर्जियां देने के बावजूद गांव में कोई विकास नहीं हुआ। जिसके चलते बरसात की चंद बूदों से ही कच्चे रास्ते दलदल में तब्दील हो जाते है। सबसे ज्यादा दिक्कत उस समय होती है, जब बरसात के समय में यह कच्चे रास्ते गंभीर हादसों का कारण भी बन जाते है। ऐसे में बच्चे भी निधौलीकलां स्थित विद्यालय में पढ़ने नहीं जा पाते। गांव के लोगों ने क्षेत्रीय विधायक वीरेंद्र सिंह लोधी से गांव की समस्याओं से निजात दिलाने की मांग की। मांग करने वालों में अमर सिंह, प्रेम पाल सिंह, राजेश, सत्यवीर, शीलेंद्र, रामबाबू, राकेश, बलवीर सिंह, महेश चंद्र, राजू, रघुवीर सिंह, होरी लाल, अनारसिंह, पंकज आदि प्रमुख हैं।