एमएलसी चुनाव: एक-दूसरे के पाले में सेंध लगाने की मुहिम
शिक्षक एमएलसी के लिए भाजपा से डा. दिनेश वशिष्ठ सपा से गुमान सिंह यादव और माध्यमिक शिक्षक संघ शर्मा गुट के जगवीर किशोर जैन चुनाव मैदान में
जासं, एटा: शिक्षक एवं स्नातक एमएलसी चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों में अपनी-अपनी रणनीति को अंजाम देना शुरू कर दिया है। एक-दूसरे के वोट बैंक में सेंध लगाने के लिए प्रभावशाली लोगों को क्षेत्र में भेजा जा रहा है। सच तो यह है कि प्रत्याशियों को यह चिता भी सता रही है कि कहीं उनका वोट खिसक न जाए। चुनाव की तस्वीर धुंधली है।
राजनीतिक दलों में शिक्षक एमएलसी के लिए भारतीय जनता पार्टी ने एटा के रहने वाले डा. दिनेश वशिष्ठ को चुनाव मैदान में उतारा है, जबकि सपा गुमान सिंह यादव को समर्थन दे रही है। वे भी एटा के ही रहने वाले हैं। शिक्षक एमएलसी के लिए ही माध्यमिक शिक्षक संघ शर्मा गुट के जगवीर किशोर जैन भी चुनाव मैदान में हैं। तीनों ही प्रत्याशियों की गतिविधियां इन दिनों तेज हो गईं हैं। इसके अलावा स्नातक क्षेत्र के लिए अटेवा के जिलाध्यक्ष नंदलाल यादव भी चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि भाजपा से मानवेंद्र सिंह और सपा से मौजूदा एमएलसी असीम यादव प्रत्याशी हैं। इंजीनियर हरिकिशोर तिवारी की भी उपस्थिति स्नातक एमएलसी चुनाव को रोचक बना रही है। प्रत्याशियों ने अपने-अपने सजातीय वोटों पर तो डोरे डाले ही हैं, अब उनका प्रयास यह है कि दूसरी जातियों के वोटों को भी अपने पाले में किया जाए। इसके लिए राजनीतिक दलों ने जिन क्षेत्रों में जिस प्रभावशाली व्यक्ति का प्रभाव है उन्हें आगे किया है। ऐसे एक-एक व्यक्ति को ढूंढ कर उनसे संपर्क किया जा रहा है जिनकी मतदाताओं में पैठ है। भाजपा को अपने बूथ प्रबंधन पर भरोसा: हर चुनाव में भाजपा की रणनीति यह रहती है कि उसका बूथ प्रबंधन मजबूत हो। पार्टी ने दो साल पूर्व से ही एमएलसी चुनाव की तैयारी शुरू कर दी थी। प्रत्येक बूथ क्षेत्र में जहां भी शिक्षक एवं स्नातक एमएलसी चुनाव के मतदाता रहते हैं उनसे संपर्क करने के लिए पहले ही बूथ कमेटियां गठित कर दी थीं। बूथ अध्यक्षों को जिम्मेदारियां दी गईं और कमेटियों में ऐसे लोगों को रखा गया है जिनका मतदाताओं से सीधा संबंध है। 34 मतदान केंद्रों पर डाले जाएंगे वोट:
जनपद में 34 मतदान केंद्रों पर वोट डाले जाएंगे। जनपद में शिक्षक मतदाताओं की संख्या महज 1425 है, जबकि स्नातक मतदाता 15 हजार 670 हैं। स्नातक एमएलसी प्रत्याशियों को मतदाताओं तक पहुंचने के लिए कड़ी कवायद करनी पड़ रही है। भाजपा राष्ट्रवाद, विकास, युवाओं के लिए किए गए कार्यों को लेकर मतदाताओं के बीच जा रही है।