प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर ताला, गेट पर प्रसव
जिले के प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर लग रहा है किसी का कोई नियंत्रण नहीं है।
जागरण संवाददाता, एटा : जिले के प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर लग रहा है किसी का कोई नियंत्रण नहीं है। इसी लापरवाही के चलते प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खड़ौआ के गेट पर प्रसव की घटना हुई है। ऐसी कुछ घटनाएं पहले भी जिले में हुई हैं।
बागवाला क्षेत्र के गांव बेंदुला निवासी धर्मेंद्र ¨सह की 24 वर्षीय पत्नी रेखा देवी सोमवार सुबह 8 बजे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खड़ौआ पर पहुंची थी। उसके साथ उसके परिवार के सदस्य व ग्रामीण और आशा कार्यकर्ता भी थी। जब यह लोग वहां पहुंच गए तो मेन गेट पर ताला लगा मिला। ग्रामीणों का कहना है कि ताला खुलवाने की काफी कोशिश की, मगर वह नहीं खुला। बाद में ताले को तोड़ दिया गया, लेकिन अंदर दाखिल होकर भी कोई लाभ नहीं हुआ, क्योंकि स्वास्थ्य केंद्र के अंदर वाला गेट भी बंद था। वहां एक चतुर्थश्रेणी कर्मचारी मौजूद था। जिससे पूछा गया तो उसने कहा कि स्टाफ 10 बजे आता है।
ग्रामीणों की जिरह भी होती रही, लेकिन कोई लाभ नहीं निकला। महिला प्रसव वेदना से परेशान थी, जब कोई जगह नहीं मिली तो ग्रामीणों ने उसे एक हैंडपंप के पास लिटा लिया और वहीं उसने बच्ची को जन्म दे दिया। थोड़ी देर बाद एक सरोज नाम की नर्स वहां आई, लेकिन उसने कह दिया कि उसकी ड्यूटी 10 बजे से शुरू होती है। इसलिए कोई मदद नहीं कर सकती। इस पर ग्रामीणों की तकरार भी हुई। बाद में 10 बजे अस्पताल खुला, तब इस महिला को भर्ती कराया गया। पीड़ित महिला के परिवार के सदस्य नागेंद्र ने बताया कि उसने सीएमओ से शिकायत की है। बाद में मुख्य चिकित्साधिकारी डा. अजय अग्रवाल ने मामले की जांच नोडल अधिकारी डा. एके यादव को सौंप दी। शीघ्र उनसे जांच रिपोर्ट मांगी गई है, ताकि लापरवाहों पर कार्रवाई की जा सके।