हाईटेक होंगे स्वास्थ्य केंद्र, बढ़ेंगी सुविधाएं
64 स्वास्थ्य केंद्रों को बनाया जा रहा एचडब्ल्यूसी छह केंद्रों पर काम पूरा सीएचओ को दी तैनाती
एटा, जासं। आयुष्मान भारत योजना के तहत बनाए जा रहे एचडब्ल्यूसी (हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर) स्वास्थ्य केंद्र हाईटेक होंगे। स्वास्थ्य सेवाओं में भी इजाफा किया जाएगा। पहले चरण में 64 केंद्रों को विकसित किया जा रहा है। इनमें से छह पर काम पूरा हो चुका है और वहां सीएचओ (कम्यूनिटी हेल्थ ऑफिसर) को तैनाती दे दी गई है।
आयुष्मान भारत योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में बने सभी उप स्वास्थ्य केंद्रों और नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में विकसित किया जाना है। जिले में कुल 182 उपकेंद्र, 26 नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और दो नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं। पहले चरण में 64 स्वास्थ्य केंद्रों को विकसित करने की मंजूरी दी गई है। अभी तक स्वास्थ्य उपकेंद्रों पर सीमित सेवाओं का ही प्रावधान है। गांवों में निजी डॉक्टर भी नहीं रहना चाहते। ऐसे में बीमार लोगों को कस्बों और नजदीकी शहरों तक दौड़ लगानी पड़ती है। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में विकसित होने के बाद इन स्वास्थ्य केंद्रों पर ही 24 घंटे बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी। यहां एक सीएचओ, एक एएनएम और एक आशा कार्यकर्ता को तैनाती दी जाएगी। 30 साल से अधिक उम्र के लोगों की बीपी, डायबिटीज आदि बीमारियों की जांच कर उनको दवा और परामर्श दिया जाएगा। पैथोलॉजिकल जांचें भी की जाएंगी। गर्भावस्था एवं शिशु जन्म देखभाल, परिवार नियोजन, गर्भनिरोधक सेवा, सभी प्रसव पूर्व और प्रसवोत्तर सेवा की सुविधा मिलेगी। पहले चरण में 64 उपकेंद्रों को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के रूप में विकसित किया जा रहा है। इनमें से छह लगभग पूरे हैं। उनमें सीएचओ तैनात कर दिए गए हैं।
- डॉ. अजय अग्रवाल, सीएमओ