त्योहार की हलचल से स्वास्थ्य महकमा चितित
दीपावली के दिन ही अचानक से मरीज दोगुने हो गए
जागरण संवाददाता, एटा: पांच दिवसीय दीपोत्सव के समय बड़ी संख्या में लोग बाहर से यहां आए हैं। साथ ही बाजारों में भी खूब भीड़ उमड़ी। इस कारण कोरोना से बचाव के नियमों का भी पालन नहीं हो सका। महकमा इसे लेकर चितित है कि इन हालातों में कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। दीपावली के दिन ही अचानक से मरीज दोगुने हो गए।
त्योहार से पहले तक लोगों का आवागमन सीमित संख्या में था। बाहर से आने वाले लोगों की संख्या काफी कम थी, लेकिन दूसरे शहरों में काम करने वाले लोग त्योहार मनाने के लिए अपने घर वापस चल पड़े। इसका असर रोडवेज बसों व अन्य यात्री वाहनों में भीड़ के रूप में नजर आया। इनमें से किसी व्यक्ति के संक्रमित होने की स्थिति में अन्य लोग के भी वायरस का वाहक बनने की आशंका बढ़ गई। त्योहार करने के बाद भले ही अधिकांश लोग लौट चुके हैं, लेकिन जिन घरों में लोग आए, उनके स्वजन और संपर्क में रहे अन्य लोगों के लिए संक्रमित होने का खतरा पैदा हो गया। दीपावली से पहले तक जहां हर रोज करीब छह केस आ रहे थे। वहीं दीपावली के अगले दिन 15 नवंबर को हुई सैंपलिग में अचानक से मरीजों की संख्या 13 पहुंच गई। त्योहार पर लोगों का आवागमन बहुत ज्यादा हुआ है। ऐसे में संक्रमण का खतरा भी बढ़ गया है। स्वास्थ्य विभाग तो जांच और उपचार में जुटा ही है, लोगों को भी विशेष सावधानी की जरूरत है। मास्क, शारीरिक दूरी, हाथों की सफाई को लोग न भूलें। भीड़भाड़ वाली जगह जाने से बचें।
- डा. अरविद कुमार गर्ग, सीएमओ