बाजारों में सजे गणपति, कल को होगी स्थापना
गणेश चतुर्थी के तैयारी में जुटे लोग घरों पर ही होगी स्थापना नहीं सजेंगे पंडाल न जुलूस निकलेगा
एटा, जासं। भगवान गणेश के जन्मोत्सव को मनाने के लिए जनपदभर में जोरों से तैयारियां चल रही हैं। भले ही कोरोना के चलते इस बार न जुलूस निकलेगा न पंडाल सजेंगे, फिर भी अपने-अपने घरों में स्थापना के लिए लोगों द्वारा गणपति प्रतिमाओं को खरीदा जा रहा है।
यद्यपि भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी तो शुक्रवार की रात 10 बजकर 47 मिनट से आरंभ हो जाएगी। शास्त्रों के मुताबिक गणपति बप्पा का जन्म मध्याह्न में होने के कारण जनपदभर में 22 अगस्त को सूर्योदयकालीन चतुर्थी होने के नाते शनिवार को भगवान गणेश का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। यह दिन भगवान गणेश के भक्तों के लिए किसी भी त्योहार से कम नहीं होता। घर में बप्पा के साथ रिद्धि और सिद्धि और शुभ लाभ के आगमन के लिए लिए लोगों द्वारा दुकानों से भगवान गणेश की प्रतिमाएं खरीदी जा रही है। परिवार के साथ इस पर्व को मनाने के लिए भक्तों में उत्साह है। पर्व को मनाने के लिए सामान आदि की खरीदारी भी हो रही है। मूर्ति स्थापना के शुभ मुहूर्त:
ज्योतिषाचार्य डा. रामबल्लभ भारद्वाज ने बताया कि गणपति पूजन के लिए वृश्चिक लग्न का समय श्रेष्ठ माना जाता है। यह लग्न एटा व कासगंज जिले में मध्याह्न 12 बजकर 26 मिनट से लेकर दोपहर 2 बजकर 33 मिनट तक रहेगी। वहीं मध्याह्न 12 बजे से 12 बजकर 51 मिनट तक अभिजित मुहूर्त रहेगा। यह समय गणपति पूजन के लिए उपयुक्त रहेंगे।