पंद्रह करोड़ ले भागी कल्पतरू चिट्स फंड कंपनी
एटा: निवेशकों को धन दो गुना करने का लालच देकर कल्पतरू चिटफंड कंपनी 15 करोड़ लेकर फरार हो गयी। इसमें दस निदेशकों के खिलाफ एफआइआर दर्ज करायी गयी है।
जागरण संवाददाता, एटा: निवेशकों को धन दो गुना करने का लालच देकर कल्पतरू चिटफंड कंपनी 15 करोड़ लेकर फरार हो गयी। जब उन्होंने अपना पैसा मांगा तो कंपनी ने मना कर दिया। निवेशकों द्वारा दबाव बनाने पर कंपनी पैसा लेकर रातों-रात भाग गई। निवेशकों ने पुलिस से गुहार लगाई, तब उनकी कंपनी के 10 डायरेक्टरों के नाम एफआइआर दर्ज हुई है।
कंपनी ने निवेशकों को फंसाकर उनसे विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत निवेश कराया था। उन्हें यह लालच दिया गया कि धन और ब्याज दर दो गुना करके वापस किया जाएगा। कंपनी के बिछाए इस जाल में तमाम निवेशक फंस गए और एक-एक निवेशक ने लाखों रुपये का निवेश कर डाला। कंपनी ने बोनस व अन्य लाखों का प्रलोभन भी दिया था। यह मामला 2016 का है। 14 अप्रैल 2016 को यह कंपनी दफ्तर बंद कर यहां से रफूचक्कर हो गई, जबकि जो निवेश कराया वह 2008 से लेकर 2016 तक करवाया था। 8 साल तक ग्राहकों को यह कंपनी निरंतर धोखा देती रही। तभी से ग्राहक एफआइआर के लिए प्रयास करते रहे, लेकिन जांच के नाम पर मामला टाला जाता रहा। निवेशकों ने बार-बार निराश होने के बावजूद लड़ाई नहीं छोड़ी और वे जुटे रहे। जिन निवेशकों का पैसा गया है, उनमें रक्षपाल ¨सह निवासी शांतिनगर, ¨पकी देवी पत्नी रामकिशोर, सुनीता देवी पत्नी प्रेमपाल ¨सह, आलम ¨सह पुत्र धाराजीत निवासी भलाईपुर, मुहम्मद इकरार पुत्र मुहम्मद नसीम, सर्वेश पुत्री रामविलास, अमर पाल पुत्र श्यामबाबू समा वानो पत्नी मुहम्मद हलीम, ऊषा देवी पत्नी प्रताप ¨सह, वीरपाल ¨सह पुत्र टोड़ी ¨सह, मान ¨सह पुत्र सरदार ¨सह, गिरिजा देवी पत्नी हवलदार, जमीरुल हसन पुत्र अली बक्स, सोनतारा पत्नी विजेंद्र ¨सह, राय ¨सह पुत्र दफेदार ¨सह, करिश्मा पुत्री राम ¨सह, दुर्वेश पत्नी महीपाल व अन्य आठ हजार लोग शामिल हैं।
इस कंपनी ने अपनी सहायक कंपनियां केवीसीएल इंडिया लिमिटेड कल्पतरू बिल्ड टेक कॉर्पोरेशन लिमिटेड, कल्पतरू मोटर्स लिमिटेड, ओक इंडिया मल्टी स्टेट, गोल्डन क्रेडिट कॉर्पोरेशन सोसाइटी लिमिटेड, त्रिशूल मोटर एंड जनरल फाइनेंस लिमिटेड में भी निवेश कराया था। जिनके नाम एफआइआर दर्ज कराई गई है, उनमें जय कृष्ण राणा प्रमोटर कल्पतरू ग्रुप कंपनी निवासी आगरा, मैने¨जग डायरेक्टर विपिन ¨सह यादव निवासी ¨भड मध्यप्रदेश, मैने¨जग डायरेक्टर भीकम ¨सह मथुरा, गजेंद्र ¨सह यादव कासगंज, मनोज गुप्ता आगरा, जोनल मैनेजर मुकेश ¨सह निवासी अलीगढ़, राजपाल ¨सह निवासी बुलंदशहर, सतेंद्र पाल जादौन निवासी बुलंदशहर, कौशिक कुमार जादौन वृंदावन मथुरा, मैने¨जग डायरेक्टर राजकुमार यादव ¨भड मध्यप्रदेश शामिल हैं। सीओ सिटी वरुण कुमार ने बताया कि मामले की विवेचना की जाएगी, जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।