निधौली कलां में किसान ने नहर में कूदकर दी जान
भूमि विकास बैंक से लिया था एक लाख का प्रोजेक्ट लोन स्वजन का आरोप वसूली के लिए पहुंची थी बैंक की टीम
जासं, एटा: थाना निधौली कलां के गांव दुल्हा के रहने वाले किसान ने नहर में कूदकर जान दे दी। मृतक के स्वजन ने आरोप लगाया है कि किसान पर बैंक का कर्ज था। कर्ज अदा न कर पाने से जान दे दी।
गांव दुल्हा निवासी 45 वर्षीय सुरेशचंद्र ने तीन साल पहले भूमि विकास बैंक, जलेसर से एक लाख का लोन लिया था। पांच साल में इसे चुकाना था। सुरेश ने कोई भी किस्त जमा नहीं की थी। परिवार का कहना है कि 30 नवंबर को बैंक की टीम गांव में पहुंची। बैंककर्मियों ने सुरेश से कार्रवाई करने की बात कही। टीम के लौटने के बाद सुरेश भी घर से निकल गए और वापस नहीं लौटे। परिवार के लोग हर संभव स्थानों पर तलाश करते रहे। शुक्रवार सुबह कुछ लोगों ने अरथरा नहर पुल के पास पानी में उतराता शव देखा। सुरेश के स्वजन ने शव की शिनाख्त कर ली।
निधौली कलां इंस्पेक्टर अनिल कुमार सिंह ने बताया कि परिवार वालों ने सुरेश की गुमशुदगी की तहरीर नहीं दी थी। भूमि विकास बैंक के मैनेजर राकेश यादव ने बताया कि गांव दुल्हा में दर्जनभर से अधिक बकाएदार हैं। उन सबके पास वसूली के लिए टीम 21 नवंबर को गांव गई थी। परिवार के लोग 30 नवंबर बता रहे हैं वह गलत है। किसान का कर्ज माफ नहीं हुआ था, लेकिन बैंक की तरफ से कोई नोटिस भी किसान को नहीं दिया था। आलू की फसल की नष्ट, किसान को पीटा: जसरथपुर क्षेत्र में कुछ लोगों ने दवा डालकर एक बीघा खेत में खड़ी आलू की फसल नष्ट कर दी। शिकायत करने पर किसान के साथ मारपीट की गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
गुरुवार शाम ग्राम नदराला निवासी किसान रफीक ने पुलिस को जानकारी दी कि उसने एक बीघा खेत में आलू की फसल बोई थी। आरोप है कि गांव के ही बन्ने खां ने तीन अन्य स्वजन की मदद से आलू की फसल में दो दिसंबर को रात के समय दवा लगा दी। जिससे उसकी फसल नष्ट हो गई। जब उसने फसल नष्ट करने की शिकायत की तो उसे मारपीट कर लहूलुहान कर दिया गया। एसओ जसरथपुर जयपाल सिंह मलिक ने बताया कि किसान रफीक की तहरीर पर फसल नष्ट करने और मारपीट कर घायल करने का मामला बन्ने खां समेत चार के खिलाफ दर्ज कर लिया गया है। फिलहाल मामले की विवेचना की जा रही है।