जोड़ों की अधिकता से बौनी पड़ीं सामूहिक विवाह की व्यवस्थाएं
एटा, जासं। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत शनिवार को प्रदर्शनी पंडाल में कार्यक्रम आयोजित किया गया। सफलता के मामले में इसमें अब तक के सारे रिकॉर्ड टूट गए। कार्यक्रम में 219 शादियां कराई गई। लेकिन जोड़ों की अधिकता और भीड़ के चलते व्वस्थाएं बौनी पड़ गई। दूल्हा-दुल्हन और उनके परिजनों को परेशानी उठानी पड़ी।
एटा, जासं। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत शनिवार को प्रदर्शनी पंडाल में कार्यक्रम आयोजित किया गया। सफलता के मामले में इसमें अब तक के सारे रिकॉर्ड टूट गए। कार्यक्रम में 219 शादियां कराई गई। लेकिन जोड़ों की अधिकता और भीड़ के चलते व्वस्थाएं बौनी पड़ गई। दूल्हा-दुल्हन और उनके परिजनों को परेशानी उठानी पड़ी।
पूर्व में ही शासन ने निर्देश जारी कर दिए थे कि 9 फरवरी को हर जिले में योजना के तहत कार्यक्रम कराया जाएगा। प्रत्येक जिले को 150 शादियां कराने का लक्ष्य दिया गया था, लेकिन यहां शादियां लक्ष्य से काफी ऊपर पहुंच गई। हालांकि, आवेदन पहले ही आ चुके थे। इस लिहाज से प्रशासन को तैयारी भी उनके अनुरूप करनी चाहिए थी। लेकिन कार्यक्रम में 219 शादियों की व्यवस्था नजर नहीं आई। पूर्व में जर्मन हैंगर के अतिरिक्त अलग से टैंट लगाया जाता था, वह भी नहीं लगाया गया। जर्मन हैंगर पंडाल के अंदर सभी दूल्हा-दुल्हन और दो हजार से अधिक उनके साथ आए लोगों की भीड़ समा नहीं पा रही थी। तमाम परिजनों को दूल्हा-दुल्हन के साथ बैठने की जगह नहीं मिली और वे दूर खड़े होने को मजबूर रहे। भीड़ की अधिकता के चलते आवागमन भी नहीं हो पा रहा था। जिसके चलते सामान वितरण में भी समस्या रही। 51 हजार की चमक ने बढ़ा दी भीड़
शनिवार के आयोजन में भीड़ यूं ही नहीं बढ़ गई, इसके पीछे 51 हजार की चमक बड़ी वजह थी। दो दिन पहले तक आवेदनों की संख्या 100 तक पहुंची थी। 150 शादियां कराना मुश्किल लग रहा था। इसी बीच शासनादेश आया कि प्रति जोड़े पर खर्च 35 हजार से बढ़ाकर 51 हजार कर दिया गया है। इसमें 35 हजार रुपये दुल्हन के खाते में पहुंचने हैं। इसके बाद से अचानक आवेदन बढ़े और शुक्रवार शाम तक इनकी संख्या 230 पहुंच गई। इनमें से शनिवार को शादी के लिए 209 ¨हदू और 10 मुस्लिम पक्ष के लोग पहुंचे। ये रहे मौजूद
कार्यक्रम में डीएम आइपी पांडेय, सीएमओ डॉ. अजय अग्रवाल, एडीएम महेश चंद्र शर्मा, ज्वॉइंट मजिस्ट्रेट महेंद्र ¨सह तंवर, सीएमओ डॉ. अजय अग्रवाल, एएसडीएम नंदलाल, डीडीओ एसएन कुशवाह, पीडी अजय कुमार पांडेय आदि अधिकारी मौजूद रहे।