हर बार निराशा, फिर भी खींच लाई मजबूरी
जासं, एटा: ग्राम पंचायत, ब्लॉक, तहसील सभी जगह हर बार निराशा हाथ लगी, लेकिन हालात ऐसी मजबूरी भरे थे कि फिर उन्हें अफसरों के दरबार में खींच लाए।
जासं, एटा: ग्राम पंचायत, ब्लॉक, तहसील सभी जगह हर बार निराशा हाथ लगी, लेकिन हालात ऐसी मजबूरी भरे थे कि फिर उन्हें अफसरों के दरबार में खींच लाए। हालांकि लड़खड़ाते कदमों से पहुंचे तमाम फरयादियों को महज आश्वासन लेकर ही लौटना पड़ा।
सदर तहसील में मंगलवार को आला अधिकारी समस्याएं सुन रहे थे। इसी उम्मीद से शहर के होली मुहल्ला निवासी नजाविश अली वहां पहुंचे। कई बीमारियों से परेशान वे सही तरह चल नहीं पा रहे थे। घंटे भर कतार में लगकर नंबर आया। अफसरों को बताया कि छह महीने पहले राशन कार्ड निरस्त कर दिया गया। कई चक्कर लगवाए गए, लेकिन दोबारा नहीं बनाया गया। असरौली निवासी 68 साल के रमेश चंद्र का पैर तीन साल पहले गिरने से टूट गया। आर्थिक तंगी के चलते इलाज नहीं करा सके। पेंशन के लिए प्रधान-सचिव से कई बार कहा। आज तहसील पहुंच गए। घिसटते हुए देख एक युवक उन्हें गोद में उठाकर अंदर ले आया और अफसरों के ठीक सामने जमीन पर बैठा दिया। अफसर कुछ देख-समझ पाते, कर्मचारियों ने फुर्ती के साथ उठकर उन्हें दिव्यांग बोर्ड के पास भिजवा दिया। अधिकारियों तक पहुंचने से पहले प्रार्थना पत्रों के पंजीकरण की कतार इतनी लंबी थी कि देर में पहुंचने वालों का नंबर ही न आ सका। डीएम ने दी हिदायत: सदर तहसील में डीएम आइपी पांडेय ने अधिकारियों को प्रार्थना पत्रों के गुणवत्तापूर्ण निस्तारण की हिदायत दी। इस दौरान कुल 205 प्रार्थनापत्र आए, जिनमें से सात का मौके पर निस्तारण हुआ। इस अवसर पर एसएसपी आशीष तिवारी, सीडीओ उग्रसेन पांडेय, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट महेंद्र ¨सह तंवर, सीएमओ डॉ. अजय अग्रवाल, डीडीओ एसएन ¨सह कुशवाह, पीडी डीआरडीए अजय कुमार पांडेय, डीआइओएस एनडी वर्मा, समाज कल्याण अधिकारी शिव कुमार आदि मौजूद थे। तहसील जलेसर में एडीएम प्रशासन धर्मेंद्र ¨सह और ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रेरणा ¨सह के समक्ष कुल 152 प्रार्थनापत्र आए, जिनमें से चार का निस्तारण हुआ। तहसील अलीगंज में एडीएम वित्त एवं राजस्व महेश चंद्र शर्मा व एसडीएम शिव ¨सह ने जनसमस्याएं सुनीं। 57 में से चार का निस्तारण किया।