दिनभर चली नामांकन पत्रों की जांच, आपत्तियों की रही भरमार
जलेसर में बनी विवाद की स्थिति चुनाव अधिकारी को करना पड़ा हस्तक्षेप
जासं, एटा: नामांकन पत्रों की जांच दिनभर चलती रही। प्रत्याशियों की तरफ से आपत्तियां भी दर्ज कराई गईं। एक-दूसरे का पर्चा निरस्त कराने को खूब कवायद हुई। अधिकारियों ने मौके पर ही निस्तारण भी किया। जांच शनिवार को भी जारी रहेगी। इधर, जलेसर की ग्राम पंचायत चिरगवां के प्रधान पद के प्रत्याशी के नामांकन पत्र को लेकर विवाद की स्थिति बन गई। चुनाव अधिकारी को हस्तक्षेप करना पड़ा।
नामांकन पत्रों की जांच शुक्रवार को सुबह आठ बजे से शुरू हुई और दिनभर चलती रही। इस दौरान तमाम प्रत्याशी ऐसे थे, जो विरोधी के नामांकन पत्र से संबंधित आपत्तियां लेकर पहुंच गए। दावा किया कि कई तरह की कमियां हैं। जलेसर की ग्राम पंचायत चिरगवां के मामले में तो विवाद की स्थिति हो गई। कारण यह था कि इस गांव से प्रधान पद का नामांकन करने वाली खुशबू ने जाति प्रमाणपत्र नहीं लगाया था। जसराना की वोटर लिस्ट दाखिल कर दी थी। अधिवक्ता पहुंच गए। चुनाव अधिकारी केएस भाटी को हस्तक्षेप करना पड़ा। तहसीलदार ने जांच की तो पता चला कि प्रत्याशी जसराना की निवासी है लिहाजा जलेसर से जाति प्रमाणपत्र नहीं बन सकता। ऐसे ही कई मामले, अलीगंज, जैथरा, अवागढ़, निधौलीकलां, मारहरा आदि विकास खंड में देखने को मिले। नामांकन पत्रों में कई तरह की त्रुटियां थीं। नाम-पते में गलती थी। प्रमाण पत्र पूरे नहीं थे। इन्हें सही कराने के लिए लोग कर्मचारियों के चक्कर लगाते देखे गए। मतदाता सूचियों में बढ़ी गड़बड़ी:
पंचायत चुनाव को लेकर नामांकन पत्र भरे जा चुके हैं, लेकिन मतदाता सूचियों में गड़बड़ियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। शिकायतों का अंबार लगा है। लोग अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं। अफसरों को निस्तारण की फुर्सत नहीं है। कहीं वोट बढ़ा दिए गए तो कहीं काट दिए गए हैं। शुक्रवार को जिलाधिकारी कार्यालय पर भी तमाम लोग ऐसे दिखाई दिए, जिन्हें मतदाता सूची पर आपत्ति थी।
शीतलपुर विकास खंड के गांव गढ़ी तालुका बरौली निवासी मुन्नी देवी प्रधान पद की उम्मीदवार हैं। उन्होंने शिकायत की है कि 124 लोगों के नाम वर्तमान सूची में से काट दिए गए, जबकि पूर्व में यह नाम शामिल थे। खास बात यह है कि जो नाम काटे गए हैं, उनमें बीएलओ की कोई रिपोर्ट भी नहीं लगाई गई। उन्होंने मांग की है कि पूरी मतदाता सूची की जांच कराई जाए ताकि लोग अपने मताधिकार का सही ढंग से प्रयोग कर सकें।
इसी तरह सकीट विकास खंड की ग्राम पंचायत अचलपुर के प्रधान पद के उम्मीदवार सुशील कुमार ने शिकायत की है कि 64 सही वोट काट दिए गए, जबकि 19 गलत वोट बढ़ा दिए गए। उन्होंने मांग की है कि टीम गठित कर जांच कराई जाए। उधर, जिलाधिकारी डा. विभा चहल ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि मतदाता सूची के संबंध में जो शिकायतें आ रही हैं, उनका शीघ्र से शीघ्र निस्तारण किया जाए। प्रत्याशी का वोट अपमार्जन सूची में:
जैथरा विकास खंड के गांव तौसइया मलूक की रहने वाली रेणु प्रधान पद की उम्मीदवार हैं। उन्होंने शिकायत की है कि वे पिछले एक साल से पंचायत चुनाव की तैयारी कर रही थीं। उनका वोट अपमार्जन सूची में दर्ज करवा दिया गया। इससे उन्हें आशंका है कि उनका वोट रद किया जा सकता है।