कर्मचारियों की हड़ताल खत्म, अब निष्क्रियों की छंटनी
पुरानी पेंशन की मांग को लेकर शिक्षक, कर्मचारी, अधिकारी पुरानी पेंशन बहाली मंच के आह्वान पर शुरू हुई हड़ताल शुक्रवार को खत्म करने की घोषणा कर दी गई।
एटा, जासं। पुरानी पेंशन की मांग को लेकर शिक्षक, कर्मचारी, अधिकारी पुरानी पेंशन बहाली मंच के आह्वान पर शुरू हुई हड़ताल शुक्रवार को खत्म करने की घोषणा कर दी गई। हड़ताल को लेकर हाईकोर्ट के निर्देश के बाद बहाली मंच के प्रांतीय पदाधिकारियों के निर्णय पर यह घोषणा की गई। हड़ताल खत्म होने की जानकारी के बाद जहां सभी स्कूल विधिवत खुले, वहीं सरकारी कार्यालयों में भी अपने कार्यो को कराने के लिए फरियादियों की भीड़ लगी रही। उधर बहाली मंच में शामिल घटक संगठन हड़ताल के दौरान निष्क्रिय पदाधिकारियों की छंटनी करने की तैयारी में हैं।
यहां बता दें कि पुरानी पेंशन की मांग को लेकर मंच ने 6 से 12 फरवरी तक हड़ताल का एलान किया था। 6 और 7 फरवरी दो दिन चली हड़ताल का असर स्कूलों और सरकारी कामकाज पर दिखा। उधर हाईकोर्ट द्वारा हड़ताल को लेकर अपना जो फरमान सुनाया, उसका पालन करने के लिए शुक्रवार सुबह ही प्रांतीय नेताओं ने कोर्ट का सम्मान करते हुए हड़ताल खत्म करने की घोषणा कर दी। जानकारी के बाद रोज की तरह शिक्षक-कर्मचारी अपने कार्यो में जुटे नजर आए। दो दिन जिन कार्यालयों में फरियादी परेशान हुए, वहां अपने कार्यो को निपटने से लोगों ने राहत की सांस ली। विकास भवन में चहल-पहल दिखी। वहीं कलक्ट्रेट जिला पंचायत स्थित कार्यालयों के अलावा तहसीलों में भी राजस्वकर्मी काम में जुट गए।
पुरानी पेंशन बहाली मंच के जिलाध्यक्ष राकेश चौहान ने बताया कि न्यायालय के सम्मान और अवमानना से बचने के लिए फिलहाल हड़ताल खत्म की गई है। आगे भी विधि विशेषज्ञों से राय के बाद प्रांतीय बैठक में निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि हड़ताल सफल रही फिर भी कुछ संगठन के जिम्मेदारों द्वारा निष्क्रियता बरती गई। उन्हें दायित्वों से मुक्त कर सक्रिय शिक्षक कर्मचारियों को जिम्मेदारियां सौंपी जाएंगी। ताकि आगे के आंदोलन और प्रभावी हो।