कानूनगो से मारपीट के बाद कर्मचारी हड़ताल पर
जलेसर तहसील में रजिस्ट्रार कानूनगो और वकीलों के बीच हुई मारपीट का मामला मंगलवार को और ज्यादा तूल पकड़ गया। कर्मचारियों की तरफ से तीन के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई गई है। इसके बाद तहसील कर्मियों ने गिरफ्तारी की मांग को लेकर हड़ताल शुरू कर दी। वे धरने पर बैठ गए। दूसरी तरफ अधिवक्ताओं ने भी कामकाज का बहिष्कार कर दिया और वकीलों के आंदोलन का कड़ा विरोध किया।
एटा, जासं। जलेसर तहसील में रजिस्ट्रार कानूनगो और वकीलों के बीच हुई मारपीट का मामला मंगलवार को और ज्यादा तूल पकड़ गया। कर्मचारियों की तरफ से तीन के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई गई है। इसके बाद तहसील कर्मियों ने गिरफ्तारी की मांग को लेकर हड़ताल शुरू कर दी। वे धरने पर बैठ गए। दूसरी तरफ अधिवक्ताओं ने भी कामकाज का बहिष्कार कर दिया और वकीलों के आंदोलन का कड़ा विरोध किया।
रजिस्ट्रार कानूनगो राजकुमार यादव और कुछ वकीलों के बीच तहसीलदार के आदेश की अमल दरामद को लेकर विवाद हो गया था। इस दौरान बात इतनी बढ़ गई कि दोनों पक्षों के बीच मारपीट हो गई। कानूनगो का आरोप है कि आरोपितों ने फायर भी किया था। मामले की एफआइआर कानूनगो की तरफ से तीन के खिलाफ दर्ज कराई गई है, जिसमें सरकारी कार्य में बाधा डालने, मारपीट व फायरिग करने का आरोप लगाया गया है। इस घटना के बाद तहसील कर्मी लामबंद हो गए और उन्होंने तहसील के सभी दफ्तरों में तालाबंदी कर दी तथा धरना देकर बैठ गए।
अधिवक्ताओं को जब पता चला कि तहसील कर्मी धरना दे रहे हैं तो वे भी एकत्रित होकर मौके पर जा पहुंचे और जमकर नारेबाजी की। दोनों पक्ष आमने-सामने आने के बाद मौजूद अधिकारियों के भी हाथ-पांव फूल गए। अधिवक्ताओं ने दर्ज की गई एफआइआर के विरोध में तहसील में कामकाज नहीं किया और कार्य का बहिष्कार कर दिया। अधिवक्ताओं का कहना है कि कर्मचारी अगर आंदोलन कर सकते हैं तो वे भी पीछे नहीं हटेंगे। वहीं कर्मचारी आरोपियों की की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। दोनों पक्षों के बीच समझौते के लिए भी कोई सक्रिय नजर नहीं आया।
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