लेखपालों के वेतन, भत्तों की विसंगतियां हो दूर
उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ ने दूसरे दिन कैंडल मार्च निकाल कर विरोध प
एटा, जागरण संवाददाता : उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ ने दूसरे दिन कैंडल मार्च निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही वेतन, भत्तों की विसंगतियों को दूर न किए जाने को लेकर आक्रोश जताया। इस दौरान लेखपाल प्रदेश सरकार के विरुद्ध नारेबाजी कर अपनी लंबित मांगें पूरी किए जाने की मांग कर रहे थे।
तहसील अध्यक्ष सत्यवीर सिंह ने कहा कि प्रदेश में वर्षों से लेखपालों के 7094 पद रिक्त चले आ रहे हैं। जिसकेकारण इन रिक्त पदों के वेतन के रूप में लगभग 240 करोड़ रुपये की वार्षिक शासकीय बचत सरकार को हो रही थी, इसके बाद भी शासन के वित्त विभाग द्वारा लेखपाल संवर्ग की वेतन, भत्ते आदि की विसंगतियों को दूर नहीं किया जा सका है। आंदोलित लेखपालों ने मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर समस्याओं के निस्तारण की मांग की।
इस दौरान तहसील मंत्री नरसिंहपाल सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष चक्रपाणि, मोहित यादव, राजेश कुमार, अजय कुमार मौर्य, जय सिंह, नेमसिंह वर्मा, राजकपूर, सुरेशचंद्र, जितेंद्र कुमार, प्रमोद यादव, राजीव कुमार, प्रदीप कुमार, सूर्यप्रकाश यादव, विनोद यादव, जबरसिंह यादव, अशोक यादव आदि लेखपाल मौजूद थे।