कलुषित विचारों की दिव्यांगता को दूर करें
दिव्यांगों के उत्थान में शासन-प्रशासन और समाज की भूमिका महत्वपूर्ण है। प्रदर्शनी में विकलागों के उत्थान पर विस्तृत चर्चा।
जागरण संवाददाता, एटा : दिव्यांगों के उत्थान में शासन-प्रशासन और समाज की भूमिका महत्वपूर्ण है। देश के विकास की राह में सबसे बड़ा रोड़ा हमारी कलुषित विचारों की दिव्यांगता है। इसे पहले दूर करना पड़ेगा।
यह उद्गार प्रदर्शनी में आयोजित दिव्यांग सम्मेलन में पूर्व राज्य सूचना आयुक्त मेजर संजय यादव ने व्यक्त किए। कार्यक्रम में दिव्यांगों के अधिकार, कानून, चुनौतियां और समाधान पर प्रशिक्षण, परिचर्चा का आयोजन किया गया। दिव्यांगों को उपकरण वितरित किए गए।
विशिष्ट अतिथि विधान परिषद सदस्य डॉ. असीम यादव ने कहा कि दिव्यागों को समाज में महत्वपूर्ण भागीदारी के लिए विधानपरिषद में आवाज उठाने सहित अन्य प्रयास भी अपने स्तर पर करेंगे। कार्यक्रम संयोजक अमित यादव ने समाज, सरकार और प्रशासन से संवेदनशील होकर जल्दी काम करने की बात कही। संचालक विनय कुमार ने आरटीसी कैडेट्स सहित प्रशासनिक अधिकारियों और सामान्य जन को दिव्यांग अधिकारों एवं कानूनों के बारे जागरूक किया।
दिव्यांग अमित शुक्ल ने मधुर गीत-संगीत और एक्सीलरेटर एकेडमी के बच्चों ने नाटक-नृत्य प्रस्तुत दर्शकों का दिल जीत लिया। जिला दिव्यांग अधिकारी डॉली सिंह ने दिव्यांगों के लिए सामाजिक सुविधाओं और सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम में पांच मूक बधिर दिव्यांग बच्चों को ध्वनि यंत्र और छह दिव्यांगों को साइकिल रिक्शा वितरित किया गया। कार्यक्रम में एसडीएम नंदलाल ¨सह, डॉ. राजेश यादव, मेधावृत शास्त्री, अवधेश यादव, रंजना शर्मा, मोहित यादव, दीपक यादव, ब्रजेश, सुनील, योगेंद्र यादव आदि मौजूद रहे।