अस्पताल रोड पर राह तय करना हुआ मुश्किल
एटा जासं। जीटी रोड स्थित जिला अस्पताल मार्गं पर सफाई कर्मियों द्वारा नालों की सिल्ट सड़क पर बिखेर दी है। जिससे लोगों का राह चलना मुश्किल हो गया है। उपचार को प्रतिदिन अस्पताल आने वाले मरीज भी इस समस्या से खासे परेशान हैं। इधर श्रावण मास में गंगा घाटों से जल भरकर लाने वाले कांवड़ियों की दिक्कतें भी बढ़ गईं हैं।
एटा, जासं। जीटी रोड स्थित जिला अस्पताल मार्गं पर सफाई कर्मियों द्वारा नालों की सिल्ट सड़क पर बिखेर दी है। जिससे लोगों का राह चलना मुश्किल हो गया है। उपचार को प्रतिदिन अस्पताल आने वाले मरीज भी इस समस्या से खासे परेशान हैं। इधर श्रावण मास में गंगा घाटों से जल भरकर लाने वाले कांवड़ियों की दिक्कतें भी बढ़ गईं हैं।
नाले-नालियों की सफाई का अभियान पालिका प्रशासन द्वारा अब भी जारी है। रुक-रुक कर हो रही वर्षा में नालों की सफाई खासी परेशानी का सबब बन रही है। इन दिनों श्रावण मास में शिवभक्त कांवड़ियों के काफिले हर रोज शिकोहाबाद रोड, जसराना, घिरोर, सकीट, मैनपुरी, फीरोजाबाद आदि कई दूरदराज इलाकों से होकर इस मार्ग से होते हुए कछला गंगा घाटों की ओर कूच करते हैं। ऐसे में मार्ग में बिखरी पड़ी कीचड़युक्त सिल्ट पहले तो उनकी धार्मिक शुद्धता को चुनौती बनती है। इस सबके बाद भी वे अपनी राह तय कर शिव को प्रसन्न करने में दिन रात जुटे हैं। कुछ ऐसा ही आलम इन दिनों अस्पताल में इलाज कराने आने वाले मरीजों और उनके तीमारदारों का है। मार्ग पर बिखरी पड़ी सिल्ट की दुर्गंध वार्डों में भर्ती मरीजों और तीमारदारों के आराम में भी खलल डाल रही है। क्या कहते हैं शहरवासी
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- पालिका के सफाई अनुभाग द्वारा नालों की सिल्ट की निकासी का कार्य वर्षा से पहले करा लिया गया होता तो इतनी दिक्कतें नहीं आतीं। विकास गुप्ता
- अनन्य भक्ति के प्रतीक श्रावण मास में मार्गों पर बिखरी सिल्ट उनके धार्मिक कार्य में बाधा बन रही है। इसे तुरंत उठान कराना चाहिए। शिव कुमार
- ईद पर्व भी निकट है। इधर नालों की सफाई अब तक पूरी नहीं हो सकी है। यह कार्य शीघ्रता से पूरा कराया जाना चाहिए। अमजर अहमद
- व्यापारियों के अलावा नागरिकों को भी सिल्ट सफाई की समस्या से रुबरू होना पड़ रहा है। सिल्ट निकासी समय से कराई जानी चाहिए। अकरम खान