एटा में डेंगू से एक और मौत, दहशत
आगरा में एक सप्ताह से चल रहा था इलाज बीमारी पर नियंत्रण न होने से लोगों में दहशत
एटा, जासं। डेंगू ने एक और व्यक्ति की जान ले ली। सिरसारी के रहने वाले इस व्यक्ति का आगरा में हफ्ते भर से इलाज चल रहा था। उधर, तमाम प्रयासों के बावजूद बीमारी पर कोई नियंत्रण न होने से लोगों में दहशत बनी हुई है।
शीतलपुर ब्लॉक के गांव सिरसारी निवासी 35 वर्षीय करन सिंह पुत्र मनोहर सिंह को दस दिन पहले तेज बुखार आया। एक-दो दिन दवा लेने के बाद वह इलाज के लिए आगरा चले गए। स्वजनों ने बताया कि वहां के रेन्बो हॉस्पीटल में जांच के दौरान उन्हें डेंगू बताया गया। इसके साथ ही इलाज के लिए उन्हें वहां भर्ती कर लिया गया। तबसे लगातार इलाज चल रहा था लेकिन उनकी हालत में सुधार नहीं आया। सोमवार तड़के वहां उन्होंने दम तोड़ दिया। जिसके बाद स्वजन उनके शव को गांव ले आए।
डेंगू से मौत होने पर गांव के लोग बीमारी को लेकर भयभीत बने हुए हैं। इसके अलावा कई गांवों के साथ शहर के हालात भी काफी बिगड़े हुए हैं। फॉगिग, स्प्रे आदि के बावजूद न तो मच्छर और न डेंगू के केस कम होने का नाम ले रहे हैं। जिला मलेरिया अधिकारी हरिप्रसाद ने बताया कि सिरसारी में डेंगू फैलने की सूचना तो नहीं मिली है। यदि किसी की मृत्यु इसकी वजह से हुई है तो टीम भेजकर लोगों की जांच कराई जाएगी। साथ ही मच्छरों से बचाव के लिए फॉगिग, स्प्रे आदि कराया जाएगा।
सात लोग डेंगू की चपेट में:
रविवार के अवकाश के बाद सोमवार को जिला अस्पताल की ओपीडी खुलते ही मरीजों की भीड़ लग गई। सुबह से दोपहर तक कतारें बनी रहीं। हालांकि, चिकित्सकों की कमी और दोपहर में समय से पहले चिकित्सकों के उठ जाने के कारण मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा। इस बीच पैथोलॉजी लैब में 52 लोगों की डेंगू की जांच कराई गई। इनमें से गांव उद्देतपुर निवासी 30 वर्षीय ज्ञानप्रकाश और उनकी 40 वर्षीय बहन कुसमा, संजय नगर निवासी 12 वर्षीय लकी और 28 वर्षीय पूनम, पटियाली गेट निवासी 17 वर्षीय शिवानी, रैवाड़ी मुहल्ला निवासी 26 वर्षीय सविता और जाटवपुरा निवासी 16 वर्षीय दीक्षा को एनएस-1 पॉजिटिव (शुरुआती डेंगू) घोषित किया गया है।