देवोत्थान एकादशी: आज जागेंगे देव, गूंजेगी चारों ओर शहनाई
सहालगों को लेकर खरीदारी के लिए बाजार में उमड़ी भीड़ सर्राफा गारमेंट कपड़ा व कास्मेटिक बाजार में दिखी चमक
एटा: चारों ओर शहनाइयों की गूंज के साथ बुधवार को देवोत्थान पर्व पर शादी समारोहों में धमाल की तैयारी है। इस साल पर्व पर सैकड़ों जोड़े जहां एक-दूसरे के हमसफर बनेंगे। वहीं दूसरी ओर विश्राम कर रहे देव भी जाग जाएंगे। देवोत्थान एकादशी पर्व के साथ समूचा जनपद शहनाइयों से गूंजेगा। वहीं मांगलिक कार्य शुरू हो जाएंगे। कोरोना संक्रमण को लेकर फिर से नई गाइडलाइन आने के बावजूद पर्व को लेकर मंगलवार को साप्ताहिक बंदी के बावजूद बाजार में भीड़ नजर आई। भीड़ को देख व्यवसायियों के चेहरे खिले रहे। होगा करोड़ों का कारोबार:
इस बार सहालगों में शुभ मुहूर्त कम तथा कोरोना की बंदिशें हैं फिर भी दिसंबर तक विवाह समारोहों की धूम रहेगी। इस बार भी करोड़ों का कारोबार होगा। कारोबारियों का मानना है कि कोरोना संक्रमण न बढ़ा तो कारोबार अच्छा रहेगा। संजने सवरने को भी उत्साह:
शादी समारोह में महिलाओं को खासकर कुछ अलग दिखने की बढ़ती ललक के बीच जहां कास्मेटिक बाजार में बिदी, कंगन, लिप्स शेड, आई शेड महिलाओं को आकर्षित कर रहे हैं। वहीं लिली ज्वैलरी की मांग भी सुरक्षा के उद्देश्य से हर वर्ग की महिलाओं में बढ़ी है। इसके अलावा ब्यूटी पार्लरों में भी महिलाओं की भीड़ उमड़ रही है। होगा तुलसी सालिगराम का विवाह:
देवोत्थान एकादशी पर जहां एक ओर देव जागेंगे। वहीं दूसरी ओर मंदिरों व घरों में तुलसी-सालिगराम विवाह का आयोजन होगा। मंदिरों में आयोजनों की तैयारियां श्रद्धालुओं ने की हैं। इसके लिए गन्ना, सिघाड़ा और शकरकंदी की खरीद की जा रही है। 250 से ज्यादा का होगा दांपत्य बंधन:
देवोत्थान पर जिले में 250 से भी ज्यादा जोड़े दांपत्य सूत्र में बंधेंगे। इसलिए हर शहर, गांव में शहनाई सुनाई देगी।