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24 लाख की ठगी में साइबर गैंग के छह सदस्य गिरफ्तार

शादी डॉट कॉम के जरिए झांसे में लेकर महिला से हड़पी थी रकम पकड़े गए शातिरों में दो कासगंज और चार लोग बरेली के

By JagranEdited By: Published: Sun, 13 Sep 2020 06:40 AM (IST)Updated: Sun, 13 Sep 2020 06:40 AM (IST)
24 लाख की ठगी में साइबर गैंग के छह सदस्य गिरफ्तार
24 लाख की ठगी में साइबर गैंग के छह सदस्य गिरफ्तार

एटा, जासं। शादी डॉट कॉम के जरिए एक महिला से कभी गिफ्ट छुड़ाने को कस्टम ड्यूटी अदा करने तो कभी प्रोसेसिंग चार्ज के बहाने किस्तों में 24 लाख रुपये हड़पने वाले साइबर गैंग के छह सदस्य पुलिस के हत्थे चढ़ गए। इनमें दो आरोपित कासगंज के और चार बरेली के हैं। इनसे साढ़े छह लाख रुपये बरामद हुए हैं। दर्जनों एटीएम कार्ड, पासबुक और चेकबुकभी मिली हैं। गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है।

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एटा की एक महिला ने शादी डॉट कॉम पर रजिस्ट्रेशन कराया था। करीब डेढ़ महीने महिला ने पुलिस में दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया था कि शादी के बहाने राहुल शर्मा के नाम से एक व्यक्ति फोन करता था। वो अपने आपको विदेश में बताता था। उसने पहली बार बहाने से डेढ़ लाख रुपये बैंक खाते में ट्रांसफर करा लिए। इसके बाद भी लगातार फोन करता रहा। एक बार फिर सीरिया से भेजे गिफ्ट की प्रोसेसिंग चार्ज के नाम पर रुपये ट्रांसफर करा लिए। इसी तरह किस्तों में कुल 24 लाख रुपये हड़प लिए। एसएसपी सुनील कुमार सिंह ने इस ऑपरेशन का जिम्मा एएसपी क्राइम राहुल कुमार को सौंप दिया। एटा के बस स्टेंड से गैंग के छह सदस्यों को दबोच लिया गया।

ये पकड़े गए

जितेंद्र (नगला बदन, थाना सुन्नगढ़ी कासगंज), राजकमल (बाज नगर थाना सहावर, कासगंज), समीलुद्दीन और अजहरुद्दीन (चौक पीर बहोडा, बरेली), वाजिद और राशिद (परतापुर, बरेली)।

ऐसे आए पकड़ में

एएसपी क्राइम राहुल कुमार ने बताया कि महिला ने जिन बैंक खातों में रकम ट्रांसफर की थी, उनको खंगाला गया। ये खातों के आधार पर गैंग के सदस्य हत्थे चढ़ गए। ये गैंग मैनपुरी, फर्रुखाबाद, बरेली, आगरा, मथुरा समेत तमाम जिलों के लोगों को भी अपना शिकार बना चुका है। रकम ट्रांसफर पर 18 फीसद मिलता था कमीशन

24 लाख की ठगी में पुलिस के हत्थे चढ़े साइबर गैंग के छह आरोपितों में से दो ने नए बैंक खाते खुलवाए थे जबकि चार के खातों से पहले से ही रकम ट्रांसफर होती रही है। इनके खाते में आई रकम को दूसरे खाते में ट्रांसफर करने की एवज में 18 फीसद कमीशन मिलता था। ये कमीशन काट कर ही रकम ट्रांसफर की जाती थी। एएसपी क्राइम राहुल कुमार ने बताया कि बरेली पुलिस और एसटीएफ से इस बाबत संपर्क किया जा रहा है। गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है। बरेली के गैंग के कहने पर खुलवाए थे खाते

पुलिस पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि 21 जुलाई 2020 को बरेली के थाना फतेहगंज के गांव धंतिया से 16 लोगों को एसटीएफ ने पकड़ा था। इन सभी पर साइबर फ्रॉड का आरोप था। आरोपितों ने कबूला है कि इस गैंग के कई लोगों को वे जानते हैं और उन्हीं के कहने पर बैंक खाते खुलवाए थे।

एक का खाता फ्रीज

एटा पुलिस द्वारा पकड़े गए गैंग के छह सदस्यों में से एक जितेंद्र के नाम से भी एक खाता बरेली में मिला है। इसमें साढ़े पांच लाख रुपये जमा हैं। पुलिस ने इस खाते को फ्रीज करा दिया है। दिल्ली का शख्स खुद को ऑनलाइन कारोबारी बताता था

आरोपितों ने पुलिस को बताया कि उन्हें सिर्फ इतना बताया जाता था कि तुम्हारे खाते में पैसा ट्रांसफर हुआ है। 18 फीसद काटकर शेष रकम जो एकाउंट नंबर दिया गया है, उसमें ट्रांसफर कर दें। ये बातचीत वाट्सएप चैट और ई-मेल और फोन के जरिए होती थी। ये बातचीत करने वाला व्यक्ति खुद को दिल्ली में ऑनलाइन कारोबारी बताता था। विदेश में हैं आका, हवाला कारोबार की भी आशंका

पुलिस सूत्र बताते हैं कि पकड़े गए शातिर तो सिर्फ मोहरा हैं, जबकि गैंग विदेश से आपरेट होता है। चीन से भी लिंक बताया जा रहा है। विदेशी आका के लिए साइबर गैंग के सदस्य हवाला के जरिए रकम का आदान-प्रदान करते हैं।


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