बेटी बचाओ के फर्जी आवेदनों से डाकघरों ने किया किनारा
एटा जासं। प्रधानमंत्री योजना ग्राम शहर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के नाम पर डाकघरों में आवेदकों की फार्म जमा करने की मची होड़ अब छंटने लगी है। डाकघरों ने ऐसे फार्म जमा करने से किनारा कर लिया है। वे ऐसे फार्म जमा करने आने वाले आवेदकों के फार्म अब जमा नही कर रहे। जिसके चलते पोस्ट ऑफिस में मारा मारी का आलम खत्म हो गया है। यहां सिर्फ उन आवेदकों की ही लाइन लग रही है जो आधार कार्ड बनवाने अथवा उनमें खामियों को दूर कराने आ रहे हैं।
एटा, जासं। प्रधानमंत्री योजना ग्राम, शहर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के नाम पर डाकघरों में आवेदकों की फार्म जमा करने की मची होड़ अब छंटने लगी है। डाकघरों ने ऐसे फार्म जमा करने से किनारा कर लिया है। वे ऐसे फार्म जमा करने आने वाले आवेदकों के फार्म अब जमा नही कर रहे। जिसके चलते पोस्ट ऑफिस में मारा मारी का आलम खत्म हो गया है। यहां सिर्फ उन आवेदकों की ही लाइन लग रही है जो आधार कार्ड बनवाने अथवा उनमें खामियों को दूर कराने आ रहे हैं।
दरअसल बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के नाम पर फर्जी फॉर्म तैयार कर दस-दस रुपए में बेचकर बेवकूफ बनाने से पोस्ट ऑफिसों के समक्ष सिरदर्दी पैदा हो गई थी। पिछले कई दिनों से जारी इस अव्यवस्था के चलते डाकघरों की स्थिति यह हो गई कि वहां काम काज प्रभावित होने लगा। दिनों दिन बढ़ रही फार्म जमा करने वाले आवेदकों की भीड़ के चलते पोस्ट ऑफिसों पर सुरक्षा की ²ष्टि से पुलिस फोर्स भी तैनात कराना पड़ा। मगर इसके बाद भी हालातों में कोई सुधार नही हो रहा था। गुरुवार को फार्म की रजिस्ट्री को लेकर लाइन में लगने के लिए महिलाओं में हुए झगड़े के बाद पुलिस को लाठी फटकारनी पड़ी।
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आधार कार्ड बनाने के लिए डाकघर ही नही बैंक भी बाध्य हैं। कितु बैंकों पर आधार कार्ड बनवाने के लिए आवेदक स्वत: प्रयास नहीं करते। जिसके कारण डाकघरों पर आधार बनवाने को भीड़ हर दिन जुटती है। जबकि एक जगह भीड़ लगाने से बेहतर है कि बैंकों के माध्यम से भी आधार बनवाएं ताकि नागरिकों को समय की बर्बादी के अलावा अन्य काम काज करने में आसानी हो।
सुभाष चंद्र दुबे, पोस्ट मास्टर मुख्य डाकघर एटा