खिलाड़ी गायब, मैदान अभी भी खामोश
पहले खिलाड़ी मैदान की रौनक बढ़ने का इंतजार करते रहे लेकिन अन
एटा, जागरण संवाददाता : पहले खिलाड़ी मैदान की रौनक बढ़ने का इंतजार करते रहे लेकिन अनुमति नहीं थी। अब स्थिति यह है कि पढ़ाई में पिछड़ चुके विद्यार्थी परीक्षाओं की चिता में है। यही वजह है कि खेल गतिविधियों को छूट के बावजूद स्टेडियम तथा अन्य मैदानों पर रौनक गायब है। हालांकि कोरोना के कारण भी फिलहाल तो रौनक गायब है। पिछले महीने ही खेल प्रशिक्षण को लेकर छूट दी जा चुकी है। मुख्यालय स्थित पंडित गोविद बल्लभ पंत स्टेडियम हो या फिर राजकीय इंटर कॉलेज का मैदान, यहां महीने भर बाद भी मैदान खामोश तथा खिलाड़ियों की गूंज गायब ही बनी हुई है। कोरोना को लेकर अभी भी खिलाड़ी मैदान से दूरियां बनाए हुए हैं। एटा स्टेडियम में भी अभी तक दर्जनभर खिलाड़ी नहीं पहुंच रहे। उधर नवोदित खिलाड़ियों को प्रशिक्षण दिलाने वाले खेल संगठन भी हालातों को देख चुप्पी साधे हुए हैं। युवा कल्याण विभाग से संबद्ध् युवक-युवती मंगल दल भी ग्रामीण क्षेत्रों में खेल गतिविधियां शुरू कर किसी तरह की विपरीत परिस्थिति से बचाव की मुद्रा में ही है। खास बात तो यह है अक्टूबर से खेल आयोजनों की शुरू होने वाली धूम को कोरोना की नजर लगी हुई है। जिला क्रीड़ा अधिकारी सिराजुद्दीन ने बताया कि स्वैच्छिक रूप से प्रशिक्षण दिया जा रहा है। किसी भी खिलाड़ी पर आने के लिए दबाव नहीं है।