दवाओं के डिस्प्ले पर मनमानी का ताला
एटा जासं। जिला अस्पताल में उपलब्ध हर तरह की दवाओं की जानकारी मरीजों को हो सके इसके लिए शासन ने एलईडी पर डिजिटल डिस्पले करने के निर्देश पिछली साल दिए। एलईडी लगी और कुछ दिन दवाओं की उपलब्धता का प्रदर्शन भी हुआ। लेकिन अब लंबे समय से यह एलईडी बंद पड़ी है।
एटा, जासं। जिला अस्पताल में उपलब्ध हर तरह की दवाओं की जानकारी मरीजों को हो सके, इसके लिए शासन ने एलईडी पर डिजिटल डिस्पले करने के निर्देश पिछली साल दिए। एलईडी लगी और कुछ दिन दवाओं की उपलब्धता का प्रदर्शन भी हुआ। लेकिन अब लंबे समय से यह एलईडी बंद पड़ी है।
यूं तो सरकारी अस्पतालों की आपूर्ति में तमाम दवाएं शामिल हैं। लेकिन मरीजों को कई तरह की दवा न होने की बात कह दी जाती है। पैरासिटामोल, एंटीबायटिक, कैल्सियम और दर्द निवारक दवाओं पर ही अस्पताल चलता रहता है। अक्सर आरोप लगते हैं कि अस्पतालों में आने वाली दवाओं में गोलमाल किया जा रहा है। इस तरह की स्थिति के मद्देनजर पिछले वर्ष शासन ने सभी उपलब्ध दवाओं के नाम और मात्रा का प्रदर्शन करने के निर्देश दिए। शासन के निर्देश पर एलईडी टीवी और सिस्टम की व्यवस्था की गई। इसे बाह्य रोगी कक्ष में पंजीकरण कक्ष के पास लगा दिया गया, जिससे सभी को आसानी से यह नजर आए और लोग सभी दवाओं की उपलब्धता की जानकारी ले सकें। किसी तरह की दवा न होने की बात कहकर उन्हें गुमराह न किया जाए। एलईडी लगने के कुछ दिन तक तो यह काम करती रही, लेकिन बाद में इसे बंद कर दिया गया। अस्पताल प्रशासन की जानकारी में है, इसके बावजूद इसे चालू नहीं कराया जाता है। मरीजों का सीधा कहना है कि यह मरीजों को दवाओं की जानकारी न देने का मनमाना तरीका है। वर्जन
दवाओं के डिस्प्ले वाली एलईडी स्क्रीन सिस्टम में कुछ तकनीकी खामी की बात बताई गई है। कर्मचारियों को इस संबंध में निर्देश दिए गए हैं। जल्द ही तकनीकी खामी दूर कराकर डिस्प्ले शुरू कराया जाएगा।
- डॉ. राजेश अग्रवाल, सीएमएस जिला अस्पताल