निर्दोष भेज दिए गए जेल, 18 माह बाद मिला दोषी
थाना अवागढ़ क्षेत्र निवासी किशोरी डेढ़ साल पहले लापता हो गई थी
एटा: लड़की भगाने और उसकी हत्या करने के मामले में डेढ़ साल बाद अवागढ़ पुलिस सही हत्यारोपितों को पकड़ सकी है, जबकि दो निर्दोष लोगों को पहले ही पुलिस पकड़ कर जेल भेज चुकी है। इसमें एक व्यक्ति की जमानत 20 दिन पहले हुई है।
थाना अवागढ़ क्षेत्र निवासी किशोरी डेढ़ साल पहले लापता हो गई थी। रिपोर्ट लड़की के पिता ने गांव के ही सोनू और उसके पिता गिरीश के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने सही मानते हुए दोनों को उस वक्त पकड़ कर जेल भेज दिया था। 20 दिन पहले गिरीश जमानत पर रिहा हुआ है। इसके बाद मामले में नया मोड़ उस वक्त आया जब लोगों ने जेल भेजे गए लोग पुलिस को निर्दोष बताए। इस पर पुलिस मामले के सही आरोपितों की तलाश में जुट गई। पुलिस ने प्रेमपाल और संजीव निवासी जलालपुर हाथरस को पकड़ा। पूछताछ में मामले का पर्दाफाश हो गया। आरोपित संजीव ने पुलिस को बताया कि मृतका के साथ उसका प्रेम प्रसंग चल रहा था। उसी के चलते वह किशोरी को अपने गांव के पास नहर किनारे ले गया था। जहां उसने उसके साथ दुष्कर्म किया। किशोरी ने विरोध करते हुए चीख पुकार मचा दी थी। दोनों आरोपितों ने मिलकर उसका गमछा से गला घोंटकर हत्या कर दी थी। साक्ष्य मिटाने को उसके शव को नहर में फेंक दिया था। आरोपितों की निशानदेही पर नहर से मृतका की चप्पल और गमछा बरामद किया है। वहीं थाना प्रभारी अवागढ़ अवधेश कुमार ने बताया कि जो लोग जेल भेजे गए थे। उनका कोई भूमिका न होने पर उन्हें रिहा कराने के लिए कोर्ट रिपोर्ट भेजी जाएगी।