एमडीएम में हेराफेरी पर अंकुश लगाने की कसरत
जागरण संवाददाता, एटा: मिड डे मील योजना के खाद्यान्न में हेराफेरी पर अंकुश लगाने की कसरत शुरू हो गई है। खाद्यान्न का उठान करने वाले प्रधानाध्यापकों को अब गोदाम पर पहुंचने से पहले ही आवंटन की मात्रा का एसएमएस मिल जाएगा।
दरअसल, अब तक आवंटित खाद्यान्न की मात्रा गोदाम पर ज्यादा और स्कूलों के रजिस्टर में कम दर्ज होने के कारण बाद में होने वाले समायोजन में दिक्कत होती है। इसके चलते कई स्कूलों के खाद्यान्न में ही कटौती कर दी जाती थी। इस तरह के कई मामले पिछले वर्ष मिड डे मील प्राधिकरण के सामने आने के बाद नई व्यवस्था की गई है। इसके तहत विभाग पहले खाद्यान्न आवंटन की डिमांड प्राधिकरण को उपलब्ध कराएगा। वहीं से खाद्य एवं विपणन विभाग को स्कूल वार आवंटन भेजा जाएगा। प्रधानाध्यापकों के मोबाइल पर गेहूं और चावल की मात्रा का एसएमएस भी भेजा जाएगा। इससे खाद्यान्न में हेराफेरी नहीं हो सकेगी।
जिला समन्वयक मिडडे मील अमित चौहान ने बताया है कि एसएमएस से खाद्यान्न आवंटन की पहल का ट्रायल हाल में किया जा चुका है। सफलता के बाद अब यह व्यवस्था जारी रहेगी। अब खाद्यान्न कम प्राप्त होने के लिए खुद प्रधानाध्यापक जवाबदेह होंगे।
लाभान्वित स्कूलों की स्थिति
प्राथमिक विद्यालय बेसिक - 1364
जूनियर हाईस्कूल बेसिक - 567
सहायता प्राप्त स्कूल बेसिक - 42
जूनियर हाईस्कूल माध्यमिक - 61