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1153 लोग होम आइसोलेट, पाजिविटी रेट 2.28 फीसद

एटा जनपद में इन दिनों 1153 लोग होम आइसोलेट हैं। जबकि पाजिविटी रेट

By JagranEdited By: Published: Mon, 17 May 2021 03:46 AM (IST)Updated: Mon, 17 May 2021 03:46 AM (IST)
1153 लोग होम आइसोलेट, पाजिविटी रेट 2.28 फीसद

जागरण संवाददाता, एटा : एटा जनपद में इन दिनों 1153 लोग होम आइसोलेट हैं। जबकि पाजिविटी रेट अब घटकर 2.28 फीसद रह गया है। यह आंकड़े भले ही सुकून देने वाले हैं लेकिन खतरा अभी टला नहीं है। प्रतिदिन संक्रमितों का आंकड़ा कुछ न कुछ बढ़ रहा है। कोरोना का डाउन फाल बेशक हो रहा है, मगर जरा सी लापरवाही सीधे अस्पताल पहुंचा सकती है।

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कोरोना को लेकर प्रतिदिन नए आंकड़े सामने आ रहे हैं। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने डाटा बैंक तैयार किया है, जिसमें पाजिविटी रेट से लेकर अन्य कई तरह के आंकड़े सहेजकर रखे जा रहे हैं। दरअसल इन आंकड़ों के ग्राफ से ही पता चलता है कि कोरोना की जिले में क्या स्थिति है। बीच में पाजिविटी रेट तीन फीसद से ऊपर चला गया था, यानि कि जिले की कुल आबादी में से तीन फीसद आबादी संक्रमित थी, लेकिन अब प्रतिदिन पाजिविटी रेट में गिरावट आ रही है। ताजा आंकड़े देखें तो पता चलता है कि इस समय पाजिटिव पाए जाने वालों का औसत 2.28 है। एक दिन पूर्व पाजिटिव केसों में भारी गिरावट देखने को मिली थी। हालांकि पिछले साल से अब तक देखें तो 9 हजार 172 पाजिटिव केस जिले में मिले हैं, जबकि इसके सापेक्ष एक लाख लोगों की कांटेक्ट ट्रेसिग की गई। यानि कि प्रति मरीज 10 लोगों को ट्रेस किया गया। कोरोना की चेन तोड़ने के लिए जो फार्मूला अपनाया जा रहा है उसमें कांटेक्ट ट्रेसिग अच्छा विकल्प है। कांटेक्ट ट्रेसिग के दौरान जिन लोगों को प्रारंभिक लक्षण होते हैं उन्हें तत्काल क्वारंटाइन कर दिया जाता है, जिससे बीमारी ज्यादा आगे नहीं बढ़ पाती। सीएमओ डा. उमेश त्रिपाठी ने बताया कि अधिक से अधिक कांटेक्ट ट्रेसिग पर जोर दिया जा रहा है, ताकि पाजिटिव आने वाले लोगों का बचाव हो सके। डोर-टू-डोर सर्विलांस अभियान

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एटा जनपद में डोर-टू-डोर सर्विलांस अभियान भी पिछले साल चलाया गया था। यह अभियान अब फिर से शुरू करने पर विचार चल रहा है। पिछले साल 3 लाख 30 हजार 131 घरों तक 550 टीमें पहुंची थीं। 327 एक्टिव कंटेनमेंट जोन

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एटा जनपद में 327 एक्टिव कंटेनमेंट जोन हैं। पिछले साल से अब तक कंटेनमेंट जोन की तादाद 1878 हैं, जिनमें से 1551 नान एक्टिव हो चुके हैं।

नगर में राहत तो गांव में आफत बरपा रहा कोरोना :जलेसर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जलेसर पर की जा रही कोविड 19 की जांच में अब जहां नगर के लिए राहत भरी खबर है। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी कोरोना कहर बरपा रहा है।

बीते सप्ताह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जलेसर पर हुई कोरोना जांच के दौरान 3 दिन में कोरोना मरीजों की संख्या में काफी गिरावट आई थी। 12 मई को जहां कोरोना पाजिटिव लोगों की संख्या छह थी। वहीं 13 मई को यह संख्या घटकर महज तीन रह गई, जबकि शुक्रवार 14 मई को संक्रमितों की संख्या 14, शनिवार को यह संख्या एक बार फिर बढ़कर 47 तक पहुंच गई। बीते सप्ताह के आंकड़े देखें तो नगर के लिए राहत भरी खबर है।

बीते सप्ताह जहां 176 लोग संक्रमित पाए गए हैं, उसमें नगर के मात्र 21 लोग हैं, जबकि ग्रामीण क्षेत्र में 155 लोग हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या चिता का सबब बनी हुई है। ग्रामीण क्षेत्रों में न तो ग्राम प्रशासन द्वारा सैनिटाइजेशन कराया जा रहा है न ही गांव में समुचित सफाई की व्यवस्था की जा रही है। ऐसे में संक्रमण को रोक पाना बड़ी चुनौती बना हुआ है।


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