पुरानी रंजिश में गला काटकर युवक की हत्या, शव फेंका
बरियारपुर थानाक्षेत्र के अहिलवार बुजुर्ग गांव के रहने वाले अजय मिश्र की गला काटकर हत्या कर दी गई। उनका शव सदर कोतवाली क्षेत्र के पिपरा चंद्रभान गांव में गुरुवार की सुबह मिला। उनके दोनों हाथ व शरीर को कपड़े की रस्सी से बांधा गया था।
देवरिया: बरियारपुर थानाक्षेत्र के अहिलवार बुजुर्ग गांव के रहने वाले अजय मिश्र की गला काटकर हत्या कर दी गई। उनका शव सदर कोतवाली क्षेत्र के पिपरा चंद्रभान गांव में गुरुवार की सुबह मिला। उनके दोनों हाथ व शरीर को कपड़े की रस्सी से बांधा गया था। डीआइजी/एसपी डा.श्रीपति मिश्र ने घटनास्थल का जायजा लिया। हत्या की वजह धोखे से भूमि बैनामा कराने को लेकर चल रहा विवाद बताया जा रहा है। बरियारपुर पुलिस ने मृतक के चाचा रमेश मिश्र की तहरीर पर पांच नामजद व तीन अज्ञात लोगों के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज किया है।
युवक अजय मिश्र उम्र 30 वर्ष पुत्र स्व.उमेश मिश्र की गांव की भूमि को शहर के भटवलिया के रहने वाले अरुण कुमार सिंह ने बैनामा कराया था। आरोप है कि मृतक अजय का अपहरण कर नशीली दवाएं खिलाकर धोखे से बैनामा कराया गया व पैसे भी नहीं दिए गए। इसका मुकदमा दीवानी न्यायालय में चल रहा है। बुधवार को मुकदमे की तारीख में पैरवी के लिए अजय घर से निकले, लेकिन न्यायालय में नहीं पहुंचे। सोनूघाट का पूर्व प्रधान हृदयाशंकर यादव ने सोनूघाट में अजय को रोक लिया और उनके चाचा रमेश मिश्र को बुलाकर रुपये को लेकर बातचीत करने लगा। इस पर चाचा रमेश ने आपत्ति की। उसके बाद अजय अपने चाचा के साथ घर आ गए। शाम करीब छह बजे आरोपितों के बुलाने पर अजय बिना बताए घर से निकल गए। गुरुवार की सुबह उनकी हत्या कर शव को पिपरा चंद्रभान गांव के समीप फेंक दिया गया। मृतक के गले को काटा गया था। पाकेट में न तो मोबाइल था और न ही रुपये थे। चाचा रमेश की तहरीर पर बरियारपुर थाने में भूमि बैनामा कराने वाला अरुण कुमार सिंह पुत्र दयाशंकर सिंह, सहयोगी पिपरा चंद्रभान का प्रद्युम्न पांडेय पुत्र संजय पांडेय, पुनीत शाही पुत्र उमेश नारायण शाही, अरविद कुमार पांडेय पुत्र लाल बहादुर पांडेय व हृदयाशंकर यादव व तीन अज्ञात के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है।