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पानी-पानी हुआ शहर, जनजीवन अस्त-व्यस्त

एसपी कार्यालय कलेक्ट्रेट पोस्टमार्टम हाउस सीएमओ कार्यालय होम्योपैथिक कार्यालय सिचाई विभाग कार्यालय बाढ़ खंड कार्यालय ट्यूबवेल विभाग के कार्यालय परिसर में जमा पानी हिलोरे मार रहा है। अधिकारियों के आवास व बेडरूम में भी पानी घुस गया है जिससे परेशानी बढ़ गई है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 25 Sep 2020 10:57 PM (IST)Updated: Fri, 25 Sep 2020 10:57 PM (IST)
पानी-पानी हुआ शहर, जनजीवन अस्त-व्यस्त

देवरिया: जिले में चार दिन से हो रही बरसात ने लोगों की मुसीबत बढ़ा दी है। शहर के प्रमुख मार्गों समेत सभी घर, मुहल्लों में घुटने भर पानी से लोगों को होकर जाना पड़ रहा है। बरसात के सामने लोग बेबस हो गए हैं। प्रशासन सिर्फ मुख्य नाले का पानी इधर-उधर कटवाने में लगा रहा। चारों तरफ जलजमाव होने से मुख्य नाले का पानी काफी धीरे-धीरे बाहर निकल रहा है। राघवनगर स्थित प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सूर्य प्रताप शाही के आवास परिसर व मार्ग पर जलजमाव है।

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शहर के प्रमुख मार्गों पर घुटने भर पानी

शहर के कचहरी चौराहा से पोस्टमार्टम जाने वाली सड़क पर घुटने भर पानी लगा है। सड़क में कई जगह गढ्ढे बने हैं, जिससे यहां हर पल दुर्घटना की आशंका है। ऐसे में प्रशासन इस मार्ग को बंद करा दिया है। इसके अलावा अस्पताल रोड में भी घुटने भर से अधिक पानी बह रह रहा है। यहां पानी में वाहन बंद होते रहे।

तीन सौ मीटर की दूरी के लिए रिक्शा चालकों ने लिया तीस रुपये

जिला अस्पताल रोड में पानी लगने के कारण काफी मुश्किल से दो पहिया वाहन चालक निकलते। कई चार पहिया का भी इंजन डूबने के कारण बंद हो गए तो धक्का देकर बाहर निकाला गया। सिविल लाइन्स रोड में रिक्शा लेकर मजदूर खड़े रहे। यहां से जिला अस्पताल और महिला अस्पताल ले जाने के लिए 30 रुपये लिए तब मरीजों को अस्पताल पहुंचाए।

सिविल लाइन रोड, राघव नगर में सर्वाधिक परेशानी

शहर की बड़ी आबादी जलजमाव का दंश झेल रही है। शहर के सिविल लाइन रोड, राघव नगर, सिधी मिल कालोनी, खरजरवा, राम गुलाम टोला, शिवपुरम कालोनी में सड़क के किनारे दुकानदारों व घरों में लोगों को सर्वाधिक परेशानी का सामना करना पड़ा। पूरा दिन दुकानदार अपने सामान को ठीक करते देखे गए।

जिला अस्पताल में जलजमाव से मरीजों को परेशानी

जिला अस्पताल के मेन मेडिकल वार्ड, महिला अस्पताल के ओटी में पानी घुस गया है। जिससे मरीजों की परेशानी बढ़ गई है। जिला अस्पताल परिसर में पानी भरने से मरीजों को पूरा दिन परेशान होना पड़ा। छोटे बच्चों को घुटने भर पानी में कंधे पर लेकर महिलाओं को अस्पताल जाते देखा गया।

सरकारी कार्यालय व अधिकारियों के आवास में घुसा पानी

एसपी कार्यालय, कलेक्ट्रेट, पोस्टमार्टम हाउस, सीएमओ कार्यालय, होम्योपैथिक कार्यालय, सिचाई विभाग कार्यालय, बाढ़ खंड कार्यालय, ट्यूबवेल विभाग के कार्यालय परिसर में जमा पानी हिलोरे मार रहा है। अधिकारियों के आवास व बेडरूम में भी पानी घुस गया है, जिससे परेशानी बढ़ गई है।

समाधान में जुटे रहे डीएम व एसपी

डीएम अमित किशोर, एसपी डा. श्रीपति मिश्र के साथ शहर का जायजा लिए और ओवरब्रिज के समीप मिट्टी कटवाकर जल के बहाव का रास्ता बनवाया। जिससे शहर का पानी बाहर निकलना शुरू हुआ। उधर सीडीओ शिव शरणप्पा जीएन, एडीएम प्रशासन राकेश पटेल, एडीएम वित्त एवं राजस्व उमेश कुमार मंगला, नगर पालिका अध्यक्ष अलका सिंह, ईओ सत्य प्रकाश सिंह जलजमाव दूर करने में लगे रहे।

बारिश में गिरीं सात झोपड़ियां

करमेल में सात लोगों की झोपड़ियां गिर गईं। इसमें किसमावती देवी पत्नी वीरेंद्र, अन्नपूर्णा पत्नी राणा प्रताप, अंकीला देवी पत्नी कहैया लाल, हेवन्ति देवी पत्नी लाला, आशा देवी पत्नी पत्नी लाल मुनि, मानती देवी पत्नी झिनकू व सुमित्रा देवी पत्नी गुजेश्वर की झोपड़ियां शामिल हैं।


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