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धर्मनिरपेक्षता संविधान की आत्मा: डा. आरिफ

शांति निकेतन इंटरमीडिएट कालेज टेकुआ में शांति सद्भावना मंच के तत्वावधान में रविवार को बाल महोत्सव का आयोजन किया गया। महोत्सव में सामाजिक एकता व भाइचारे का संदेश दिया गया

By JagranEdited By: Published: Sun, 09 Dec 2018 10:11 PM (IST)Updated: Sun, 09 Dec 2018 10:11 PM (IST)
धर्मनिरपेक्षता संविधान की आत्मा: डा. आरिफ

देवरिया : शांति निकेतन इंटरमीडिएट कालेज टेकुआ में शांति सद्भावना मंच के तत्वावधान में रविवार को बाल महोत्सव का आयोजन किया गया। महोत्सव में सामाजिक एकता व भाइचारे का संदेश दिया गया।

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कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रदेश समन्वयक डा. मोहम्मद आरिफ ने कहा कि धर्म निरपेक्षता हमारे संविधान की आत्मा है और इसको बचाए रखना हमारा कर्तव्य है। संविधान की जानकारी होने से अपने अधिकार व कर्तव्य के साथ-साथ स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व और न्याय के मूल्यों की पहचान भी होगी। इसके लिए विद्या अध्ययन जरूरी है। अध्यक्षता कर रहे रमेश चंद्र मिश्र ने कहा कि सभी धर्मों के उपदेश, प्रेम, भाईचारा का संदेश देने का देश का इतिहास रहा है। र¨वद्र कुमार पाठक ने कहा कि बाल महोत्सव के आयोजनों से बच्चों की समझ बढ़ेगी और समाज में फैल रही कटुता की भावना समाप्त होगी। संचालन रामकिशोर चौहान ने किया। इस दौरान ओमप्रकाश पाठक, प्रह्लाद श्रीवास्तव, सत्येंद्र ¨सह, राज किशोर मल्ल, विनोद यादव, विशाल चौहान, विश्वनाथ चौहान, श्रीकांत चौहान, प्रदीप यादव, मुन्ना चौहान आदि मौजूद रहे।


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