देवरिया में विवादों के सौहार्दपूर्ण समाधान के लिए आगे आए समाज
देवरिया में राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस मनाया गया विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव ने वादों के निस्तारण के लिए लोगों का आह्वान किया।
देवरिया: सोमवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में रेलवे स्टेशन परिसर में राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस मनाया गया। प्राधिकरण के सचिव शिवेंद्र मिश्र ने कहा कि विवादों के सौहार्दपूर्ण समाधान के लिए समाज के लोगों को आगे आना चाहिए।
कहा कि समाज के गरीब और कमजोर वर्ग को सहायता और समर्थन प्रदान करने के लिए राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस की शुरूआत की गई। विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम के अंतर्गत समाज के कमजोर वर्ग को निश्शुल्क कानूनी सेवाएं प्रदान करने के लिए और विवादों के सौहार्दपूर्ण समाधान के लिए लोक अदालतों का आयोजन किया गया है। विवादों को सौहार्दपूर्ण ढंग से निपटाने के लिए लोक अदालतों का आयोजन, मानव तस्करी के शिकार पीडि़तों को कानूनी सहायता, दिव्यांग व्यक्तियों को निश्शुल्क विधिक सहायता, बाल श्रम, नाबालिग बच्चों को मिलने वाले विधिक सहायता, नशा मुक्ति हेतु निरंतर जागरूकता कार्यक्रम करने समेत आदि विधिक सहायता प्रदान की जाती है। शिक्षा की कमी के कारण सही और गलत में अंतर करना मुश्किल होता है।
कहा कि 12 दिसंबर को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान स्टेशन अधीक्षक इमामुद्दीन अंसारी, जीआरपी थानाध्यक्ष अनिल यादव, आरपीएफ इंस्पेक्टर मनभरन मौजूद रहे। वादकारियों के हितों पर दें ध्यान :एसडीएम
भाटपाररानी तहसील विधिक सेवा प्राधिकरण की बैठक तहसील सभागार में हुई। उपजिलाधिकारी ध्रुव शुक्ला ने कहा कि वादकारियों के हितों पर ध्यान देने की जरूरत है। हम सबकी यह प्राथमिकता होनी चाहिए कि न्याय के आस में आए वादकारियों को न्याय मिले।
तहसीलदार अश्वनी कुमार ने कहा कि 12 दिसम्बर को तहसील परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालत के आयोजन की तिथि निर्धारित की गई है। जिसमे वादों का सुलह-समझौता के जरिये निस्तारण होगा। पूर्व अध्यक्ष सुशील ओझा ने पूर्व में गठित तहसील विधिक सेवा समिति को पुनर्जीवित करने की मांग उठाई। नायब तहसीलदार कर्ण सिंह,बार संघ के अध्यक्ष देवता शरण तिवारी,रामप्रवेश उपाध्याय, इंद्रभूषण शुक्ला,उपेंद्र मणि, नागेंद्र दूबे आदि मौजूद रहे।