राह में फंसे लोगों को लेकर पहुंचीं बसें
देवरिया डिपो में यात्रियों की कराई गई स्क्रीनिग दिया गया भोजन।
देवरिया: महानगरों से घरों को लौट रहे लोगों को लेकर सोमवार को रोडवेज की बसें देवरिया पहुंचीं।
डिपो में पहुंचते ही यात्रियों की स्क्रीनिग की गई। प्रशासन ने उन्हें भोजन कराया। इसके बार छह बसों में भरकर बिहार जाने वाले लोगों को मेहरौना बार्डर पर भेज दिया गया।
पैदल आ रहे लोगों को बस व ट्रक से भेजा
खुखुंदू में सुबह बड़ी संख्या में लोग खुखुंदू चौराहे पर पहुंच गए। थानाध्यक्ष श्याम सुंदर तिवारी ने उन्हें भोजन कराने के साथ बसों व डीसीएम में बैठाकर बिहार बार्डर की तरफ भेज दिया।
इनकी भी सुनें
मेहरौनाघाट में आनंद बिहार, अशोक बिहार, दिल्ली व नोएडा से बड़ी संख्या में लोग मेहरौना पहुंचे। सिवान के सादिर हुसैन नोएडा में काम करते हैं। उनका कहना है कि मकान मालिक ने घर से भगा दिया। तीन दिनों तक पैदल चले। नीरज ने कहा कि दिल्ली से डीटीसी की बस ने आनंद बिहार छोड़ दिया। वहां से कानपुर तक का भाड़ा 622 रुपये और कानपुर से मेहरौना तक 466 रुपये किराया दिया। तुलसी समेत अन्य लोगों का भी यही कहना है। मैरवा के उमा यादव का कहना है कि कोई बस फ्री नहीं ला रही।
श्रमिकों के साथ किया छल
मेहरौनाघाट में बिहार के दरौली के विधायक कामरेड सत्यदेव राम सोमवार को मेहरौना पहुंचे और श्रमिकों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार ने श्रमिकों के साथ छल किया है। केजरीवाल सरकार यूपी-बिहार के श्रमिक समुदाय को भोजन देने में विफल हो गई। मजदूर भूखे-प्यासे पैदल चल दिए। योगी सरकार ने जो बसें चलाई, उनमें निर्धारित किराया से अधिक पैसा लिया गया।