कस्तूरबा की 14 शिक्षकों के अभिलेख मिले फर्जी
देवरिया में नौकरी से हटाए गए सभी आरोपित शिक्षक।
देवरिया: कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में फर्जी व कूटरचित अभिलेखों के आधार पर नौकरी हथियाने वाले जिले के 14 शिक्षकों की संविदा समाप्त कर दी गई। इनमें नौ पूर्णकालिक व पांच अंशकालिक महिला- पुरुष शिक्षक शामिल हैं। 11 अन्य शिक्षक व कर्मचारी भी संदेह के घेरे में हैं। उनके अभिलेखों का सत्यापन चल रहा है।
अनामिका प्रकरण सुर्खियों में आने के बाद शासन के आदेश पर सभी कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों के शिक्षकों व कर्मचारियों के अंक व प्रमाण पत्रों की जांच हो रही है। जिले में पांच सदस्यीय समिति की जांच में अलग- अलग विद्यालयों में फर्जी मिले इन शिक्षकों की सेवा समाप्त कर दी गई है। ये सभी भाटपाररानी, भलुअनी, देसही देवरिया, भटनी, बैतालपुर, रामपुर कारखाना स्थित कस्तूरबा विद्यालय में तैनात थे। इनके फर्जी मिले अभिलेख
-पूर्णकालिक शिक्षक सुनीता गौतम (भाटपाररानी), श्वेता यादव (भलुअनी), अनामिका त्रिपाठी (लार), निहारिका (भाटपाररानी), अमृता सिंह (भाटपाररानी), अर्चना मिश्रा (बरहज), विजया सिंह (गौरीबाजार), निशा कुमारी (बैतालपुर),
-अंशकालिक शिक्षक नित्यानंद जायसवाल (देसही देवरिया), वशिष्ठ कुशवाहा (लार), अरविद सिंह (बैतालपुर), सुनीता यादव (भटनी) के अलावा अमृता सिंह वार्डेन (रामपुर कारखाना), गाजी सबेनूर आला(भटनी)। -डीएम की अनुमति से चौदह शिक्षकों की संविदा प्रथम नियुक्ति तिथि से समाप्त कर दी गई है। मुकदमा दर्ज करने के लिए जिला समन्वयक बालिका शिक्षा को निर्देश दिया गया है।
-प्रकाश नारायण श्रीवास्तव
बीएसए