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ढाई माह तक पुलिस को छकाता रहा नीतीश

भाटपाररानी के चनुकी में वाहन चे¨कग के दौरान सिपाही को गोली मारने वाले शाका पांडेय को पुलिस 25 दिन बाद ही गिरफ्तार कर ली, लेकिन उसके साथी नीतीश को गिरफ्तार करने में लगभग ढाई माह का समय लग गया। देवरिया की स्वाट टीम व भाटपाररानी पुलिस ने जगह-जगह छापेमारी भी की, लेकिन सफलता नहीं मिल सकी। रविवार की सुबह पचास हजार रुपये के इनामी बदमाश नीतीश को एसटीएफ द्वारा मुठभेड़ में गिरफ्तार करने बात सामने आने के बाद देवरिया पुलिस ने राहत की सांस ली

By JagranEdited By: Published: Sun, 04 Nov 2018 10:54 PM (IST)Updated: Sun, 04 Nov 2018 10:54 PM (IST)
ढाई माह तक पुलिस को छकाता रहा नीतीश
ढाई माह तक पुलिस को छकाता रहा नीतीश

देवरिया : भाटपाररानी के चनुकी में वाहन चे¨कग के दौरान सिपाही को गोली मारने वाले शाका पांडेय को पुलिस 25 दिन बाद ही गिरफ्तार कर ली, लेकिन उसके साथी नीतीश को गिरफ्तार करने में लगभग ढाई माह का समय लग गया। देवरिया की स्वाट टीम व भाटपाररानी पुलिस ने जगह-जगह छापेमारी भी की, लेकिन सफलता नहीं मिल सकी। रविवार की सुबह पचास हजार रुपये के इनामी बदमाश नीतीश को एसटीएफ द्वारा मुठभेड़ में गिरफ्तार करने बात सामने आने के बाद देवरिया पुलिस ने राहत की सांस ली।

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17 अगस्त की रात भाटपाररानी थाने की पुलिस चनुकी मोड़ पर वाहन चे¨कग कर रही थी, इस बीच बाइक सवार बदमाशों ने सिपाही अखिलेश यादव पर फाय¨रग कर दी, जिससे सिपाही घायल हो गया। पुलिस ने बदमाश शाका पांडेय को तो गिरफ्तार कर लिया, लेकिन कुशीनगर जनपद के तरयासुजान थाना क्षेत्र के ग्राम बंगरा निवासी नीतीश ¨सह फरार हो गया। हालांकि दो दिन बाद शाका भी पुलिस अभिरक्षा से मेडिकल कालेज से फरार हो गया। 14 सितंबर को शाका पांडेय को एसटीएफ व स्वाट टीम देवरिया की संयुक्त टीम ने वाराणसी से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, जबकि नीतीश की गिरफ्तारी न होने पर पचास हजार रुपये का इनाम देवरिया एसपी ने घोषित कर दिया। इसके बाद देवरिया की स्वाट टीम व भाटपाररानी पुलिस सक्रिय हो गई। देवरिया पुलिस लगातार नीतीश की गिरफ्तारी में जुटी रही और छापेमारी करती रही, लेकिन सफलता नहीं मिल सकी। इस बीच रविवार की सुबह देवरिया पुलिस को नीतीश को एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार कर लेने की सूचना मिली। इसके बाद देवरिया पुलिस ने राहत की सांस ली। बताया जा रहा है कि नीतीश शुरू से मनबढ़ रहा है। 2014 में पहली बार तरयासुजान पुलिस के सामने उसका नाम चोरी में आया। इसके बाद वह क्राइम की दुनिया में लगातार आगे बढ़ता चला गया।

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नीतीश ¨सह पर दर्ज हैं इतने मुकदमे

1-2014 में तरयासुजान कुशीनगर में चोरी

2-2016 में तरयासुजान कुशीनगर में चोरी

3-2016 में तरयासुजान कुशीनगर में हत्या के प्रयास

4-2016 में तरयासुजान में आ‌र्म्स एक्ट

5-2016 में गुंडा एक्ट

6-2017 में कुशीनगर जनपद से गैंगेस्टर

7-2017 में कुचाइकोट बिहार में लूट

8-2016 में बिहार के कुचाइकोट में डकैती

9-2018 में सेवरही कुशीनगर में लूट

10-2018 में सेवरही कुशीनगर में डकैती

11-2018 में भाटपाररानी में हत्या के प्रयास

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