बच्चों को संस्कारशील बनाने में माता की भूमिका अहम
सरस्वती वरिष्ठ माध्यमिक विद्या मंदिर देवरिया खास में रविवार को मातृ सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस मौके पर विद्या भारती पूर्वी उप्र के क्षेत्रीय संगठन मंत्री डोमेश्वर साहू ने कहा कि मातृ सम्मेलन का आयोजन छात्रों के शैक्षिक उन्नयन के विचार विमर्श के लिए होता है
देवरिया : सरस्वती वरिष्ठ माध्यमिक विद्या मंदिर देवरिया खास में रविवार को मातृ सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस मौके पर विद्या भारती पूर्वी उप्र के क्षेत्रीय संगठन मंत्री डोमेश्वर साहू ने कहा कि मातृ सम्मेलन का आयोजन छात्रों के शैक्षिक उन्नयन के विचार विमर्श के लिए होता है। आर्थिक रूप से अभाव में होने के बाद भी माता-पिता अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा दिलाने का प्रयास करते हैं। उनका मकसद होता है कि बच्चे आगे चलकर आत्मनिर्भर, संस्कारशील व बुढ़ापे का सहारा बनें, लेकिन आज के भौतिकवादी परिवेश में एकल परिवार की भावना के कारण यह सफल नहीं हो पाता है। ऐसी स्थिति में बच्चों को संस्कारशील बनाने में माता की भूमिका महत्वपूर्ण है। दीनानाथ पांडेय पीजी कालेज की प्राचार्य डा.अंजलिका निगम ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम से हम माताओं को उनके उत्तरदायित्व का बोध करा सकते हैं। विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य श्रवण ¨सह ने अतिथियों का परिचय कराया। छात्रों ने भारत हमारी मां है..गीत प्रस्तुत किया, जबकि छात्र पार्थ मालवीय व सुधांशु मिश्र ने लव-कुश प्रसंग गाथा सुनाकर सभी को भावविभोर कर दिया। इस मौके पर जिला कार्यवाह वीरेंद्र, शिशु मंदिर के प्रधानाचार्य विजय प्रकाश पाठक, जयेश बरनवाल, वीरेंद्र द्विवेदी, राजेश पांडेय, जितेंद्र मिश्र, अमरेंद्र उपाध्याय, अर¨वद मोहन मिश्र, रामबली, संतोष ¨सह, अक्षय, जगदीश प्रसाद, र¨वद्र तिवारी, अशोक यादव, कौशल किशोर ¨सह, चंद्रप्रकाश ¨सह, हृदयालाल ¨सह आदि मौजूद रहे।