खतरनाक वायरस की चपेट में मोबाइल बैं¨कग ऐप
देवरिया: जितना हम आधुनिकता की तरफ बढ़ रहे हैं, उतने ही तेजी से खतरा भी बढ़ता जा रहा
देवरिया: जितना हम आधुनिकता की तरफ बढ़ रहे हैं, उतने ही तेजी से खतरा भी बढ़ता जा रहा है। ग्राहकों की सहूलियत के लिए विभिन्न बैंकों द्वारा बनाए गए मोबाइल बैं¨कग ऐप एक खतरनाक मैलवेयर की चपेट में इस समय आ गए हैं। इस खतरनाक साफ्टवेयर प्रोग्राम के जरिये कंप्यूटर या मोबाइल से निजी जानकारी हैक की जा सकती है और उपभोक्ता का फोटो, वीडियो व बैंक खाते से जुड़ी जानकारी चुराई जा सकती है। वायरस से बचाव के लिए कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम ने अलर्ट भी जारी किया है।
हर बैंकों ने अपने ग्राहकों को अच्छी सुविधा देने की नियत से मोबाइल बैं¨कग सेवा के साथ ही ऐप भी तैयार किया है, जिसके जरिये लोग अपने खाते से आसानी से खरीदारी और दूसरे के खातों में रुपया ट्रांसफर कर देते हैं। बढ़ती सुविधाएं जहां लोगों के लिए सहूलियत हो चुकी है, वहीं हैकर लोगों को चूना लगाने में जुटे हुए हैं। इस समय फर्जी फ्लैश प्लेयर या मैसेज में ¨लक के जरिये यह मैलवेयर ड्डठ्ठस्त्रह्मश्रद्बस्त्र.ढ्डड्डठ्ठद्मद्गह्म.ड्ड9480 के नाम से मोबाइल ग्राहकों को निशाना बना रहा है। इसके जरिए हैकर मोबाइल और कंप्यूटर में घुसपैठ कर रहे हैं और चंद मिनट में ही आपके मोबाइल में मौजूद सारी जानकारियां चुरा ले रहे हैं।
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नए वायरस की खासियत
-यह बैक ग्राउंड में काम करता है
-स्मार्टफोन में इंस्टाल होने के बाद इसका आइकान नहीं दिखता
-यह बैंक या किसी भी एजेंसी द्वारा भेजे गए ओटीपी को पढ़ने में सक्षम है
यह मैलवेयर इनस्टाल होते ही बैं¨कग ऐप को सर्च करना शुरू कर देता है। मोबाइल में बैं¨कग ऐप मिलते ही यह ग्राहक को नोटिफिकेशन भेजता है। यह नोटिफिकेशन बैंक के नाम से आता है जिसे Þस्पूफ मैसेजÞ कहते हैं । इसे खोलते ही लागिन ¨वडो मिलेगा जहां से हैकर्स को सारी जानकारी मिल जाती है।
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-ऐसे करें बचाव
-एंड्रायड फोन इस्तेमाल करने वाले थर्ड पार्टी ऐप स्टोर और एसएमएस से भेजे गए ¨लक के जरिए किसी भी ऐप को डाउनलोड न करें।
-एंड्रायड स्मार्टफोन इस्तेमाल करने वाले केवल गूगल प्ले स्टोर से और आई फोन यूजर्स केवल ऐप स्टोर से ही किसी भी ऐप को डाउनलोड करें और एंटीवायरस अपडेट करते रहें।
-पब्लिक वाई फाई का प्रयोग करने से बचें ।
-सही और अपडेटेड साफ्टवेयर का ही प्रयोग करें।
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इस वायरस से बचाव के लिए कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम ने अलर्ट जारी किया है। देवरिया पुलिस के साइबर क्राइम सेल के वाट्सएप ग्रुप पर भी इससे बचाव के लिए ¨लक भेजा गया है।
-राकेश शंकर
एसपी, देवरिया
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