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बरामद मोबाइलों की जांच केवल खानापूरी

देवरिया जेल में बंदियों के पास से अब तक बरामद हुए हैं चार दर्जन मोबाइल मुकदमा सिर्फ चार मामलों में दर्ज हुआ है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 12 Mar 2020 11:10 PM (IST)Updated: Thu, 12 Mar 2020 11:10 PM (IST)
बरामद मोबाइलों की जांच केवल खानापूरी
बरामद मोबाइलों की जांच केवल खानापूरी

देवरिया: जिला कारागार में देवरिया के अलावा कुशीनगर के भी बंदी रखे जाते हैं। जिला कारागार से ही बंदी मोबाइल के जरिये अपना नेटवर्क चला रहे हैं। ढाई साल में चार दर्जन बरामद मोबाइल इसकी पुष्टि कर रहे हैं। जिला कारागार से बरामद मोबाइलों के चार मामलों में जेल प्रशासन ने मुकदमा तो दर्ज कराया, लेकिन जांच केवल खानापूरी तक सिमट कर रह गई।

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बरामद मोबाइल के बारे में पुलिस ने न तो काल डिटेल निकाली और न ही, मोबाइल देने वालों तक पहुंच पाई। जिसका नतीजा यह है कि जेल में मोबाइल पहुंचाने वालों के साथ ही बंदियों का मनोबल बढ़ रहा है। पुलिस अधिकारी इस बार पकड़े गए मोबाइलों के मामले में काल डिटेल के जरिए उन तक पहुंचने का दावा कर रहे हैं।

कब-कब जिला कारागार में बरामद हुए मोबाइल

देवरिया जिला कारागार की गिनती शांतिपूर्ण जेल के रूप में होती रही, लेकिन 2017 में बाहुबली अतीक अहमद के शिफ्ट होने के बाद यहां की व्यवस्था धड़ाम हो गई। जेल से बंदी मोबाइल चलाने लगे।

2018 में सर्वाधिक 42 मोबाइल फोन बरामद हुएं, जिसमें दो बाहुबली अतीक अहमद के बैरक से भी डीएम व एसपी की छापेमारी में बरामद हुए। इस वर्ष तीन मामलों में मुकदमा दर्ज कराया गया। 5 मार्च 2020 में पेशी से लौट रहे एक बंदी के पास से दो मोबाइल बरामद हुए। जेलर ने कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस की जांच में यह बात सामने आ जानी चाहिए थी कि इनके सिम कार्ड किसके नाम पर एक्टीवेट किए गए हैं।

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काल डिटेल व जिनके नाम से मोबाइल हैं, उसे भी विवेचना में प्रकाश में लाया जाएगा।

वरुण मिश्र, सीओ


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