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सदैव महाराजा रहा है ब्राह्मण : शंकराचार्य

शहर के टाउनहाल परिसर में विप्र समागम का आयोजन रविवार को हुआ। संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि पुरी पीठाघीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अधोक्षजानंद देवतीर्थ महाराज ने कहा कि आप राजा नहीं महाराजा हैं। हुकूमत आपकी मर्जी पर चलती थी आप राजा को आदेश देते थे। इतिहास साक्षी है कि जिस राज्य में ब्राह्मणों का सम्मान नहीं हुआ वहां अमंगल हुआ, वह राज्य नष्ट हो गए।

By JagranEdited By: Published: Sun, 09 Dec 2018 10:10 PM (IST)Updated: Sun, 09 Dec 2018 10:10 PM (IST)
सदैव महाराजा रहा है ब्राह्मण : शंकराचार्य
सदैव महाराजा रहा है ब्राह्मण : शंकराचार्य

देवरिया : शहर के टाउनहाल परिसर में विप्र समागम का आयोजन रविवार को हुआ। संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि पुरी पीठाघीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अधोक्षजानंद देवतीर्थ महाराज ने कहा कि आप राजा नहीं महाराजा हैं। हुकूमत आपकी मर्जी पर चलती थी आप राजा को आदेश देते थे। इतिहास साक्षी है कि जिस राज्य में ब्राह्मणों का सम्मान नहीं हुआ वहां अमंगल हुआ, वह राज्य नष्ट हो गए। आप जागिए और अपने वजूद को समझिए। ब्राह्मण जगेगा तो समाज व राष्ट्र जागेगा।

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उन्होंने कहा कि आप अपने अंदर के देवत्व को पहचानिए। ब्राह्मणों की प्रयोगशाला गाय, संत वेद आदि पर हमले हो रहे हैं। चौरासी लाख योनियों में सर्वोत्तम कर्म करने वाला मानव तन पाता है और उसमें भी सबसे अच्छा कर्म जिसका रहता है वह ब्राह्मण कुल में पैदा होता है। उन्होंने कहा कि संस्कार गायब होते जा रहे हैं, गुरुकुल व्यवस्था को तिलांजलि दे दी गई। शास्त्र कहता है एक राजा में सारे देवता निवास करते हैं। असली बात पाप व पुण्य का है जो इसे समझेगा वही पाप करने से बचेगा। सवाल यह है कि इसे समझाए कौन? ब्राह्मण इंजन है, इंजन ही खराब हो गया तो पुर्जे ठीक रहते हुए भी बेकार हैं। उन्होंने कहा कि शंकराचार्य संयासी होते हैं और चारों वर्णों से ऊपर होते हैं। शिखा सूत्र का परित्याग कर बनते हैं। जब भी नास्तिकता आएगी अराजकता फैल जाएगी। ब्राह्मणों को ¨चता सता रही है कि योग्यता के बाद भी उचित स्थान नहीं मिल रहा है। राकेश उपाध्याय ने भजन प्रस्तुत किया। विद्याधर्म संजीवनी महाविद्यालय के बच्चों ने स्वास्तिवाचन व स्वागत गीत प्रस्तुत किया। गुरु कृपा वेद वेददांग विद्यालय रुद्रपुर के छात्रों ने शंखध्वनि व वैदिक मंत्रों का उच्चारण किया। समागम को मुख्य रूप से शरद चंद्र पांडेय सेवानिवृत्त पुलिस उपाधीक्षक व अध्यक्षता कर रहे बरहज आश्रम के पीठाधीश्वर आंदनेयदास ने संबोधित किया। इसके पूर्व सलेमुपर से सैकड़ों वाहनों के जुलूस के साथ ब्राह्मण समाज के लोग जिला मुख्यालय पहुंचे। समागम में शंकराचार्य ने गायक राकेश उपाध्याय व टीएसआइ को सम्मानित किया।

यहां मुख्य रूप से पवन उपाध्याय, कैप्टन द्विजेंद्र पांडेय, हैपी शुक्ल, पीएन द्विवेदी, अमरनाथ मिश्र, राजेश तिवारी, प्रणय तिवारी, शरद मिश्र, दिवाकार शुक्ल, संजीव दुबे, संजय त्रिगुणायत, संजय तिवारी, डा.अमित मणि, मारकंडेय तिवारी, चुन्नू गिरि, डा.संतोष पांडेय, नील मणि पांडेय, चंद्रभूषण मिश्र, प्रकाश मिश्र, राकेश पांडेय, शैलेंद्र दुबे, विनय उपाध्याय, विनय मिश्र, अखिलेश मणि, दीपक मिश्र, वशिष्ठ दुबे, सत्येंद्र चौबे, दीपू दुबे, अजय तिवारी, अशोक पांडेय, पुनीत पाठक, विष्णु शुक्ल, अरुण पांडेय आदि ने शंकराचार्य का माल्यार्पण कर स्वागत किया। मुख्य अतिथि व आगंतुकों के प्रति पं. गंगेश्वर नाथ तिवारी ने आभार जताया व संचालन सुधाकर मिश्र ने किया।


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