1.88 करोड़ की आडिट आख्या नहीं दे रहीं 64 ग्राम पंचायतें
पंचायतीराज समिति प्रतिवेदन की आडिट परिपालन आख्या 64 ग्राम पंचायतें नहीं दे रही हैं। जिला पंचायत राज अधिकारी ने चार माह पूर्व ग्राम पंचायतों के सचिवों से 1.88 करोड़ रुपये की आडिट आख्या तलब की थी लेकिन किसी सचिव ने उपलब्ध नहीं कराया। इसे गंभीरता से लेते हुए डीपीआरओ ने सीडीओ के माध्यम से दो बार अनुस्मारक पत्र सचिवों को भेजा। इसके बाद भी सचिवों पर असर नहीं पड़ा। अब डीपीआरओ आख्या न देने पर मुकदमा कराने की तैयारी कर रहे हैं।
देवरिया : पंचायतीराज समिति प्रतिवेदन की आडिट परिपालन आख्या 64 ग्राम पंचायतें नहीं दे रही हैं। जिला पंचायत राज अधिकारी ने चार माह पूर्व ग्राम पंचायतों के सचिवों से 1.88 करोड़ रुपये की आडिट आख्या तलब की थी, लेकिन किसी सचिव ने उपलब्ध नहीं कराया। इसे गंभीरता से लेते हुए डीपीआरओ ने सीडीओ के माध्यम से दो बार अनुस्मारक पत्र सचिवों को भेजा। इसके बाद भी सचिवों पर असर नहीं पड़ा। अब डीपीआरओ आख्या न देने पर मुकदमा कराने की तैयारी कर रहे हैं।
वर्ष 2010-11 में सोलह विकास खंडों की 64 ग्राम पंचायतों को पंचायती राज विभाग से ग्राम निधि के प्रथम खाते में कुल 1 करोड़ 88 लाख 91 हजार 998 रुपये भेजा गया था, जिसमें सचिवों ने निकासी कर धनराशि खर्च कर दी। जब सचिवों से आडिट आख्या मांगी गई तो देने में हीलाहवाली करने लगे। डीपीआरओ ने 17 अप्रैल 2019 को पत्र जारी कर सभी सचिवों से आडिट आख्या प्रस्तुत करने का निर्देश दिया था। एक सप्ताह में आडिट आख्या उपलब्ध न कराने पर वर्तमान और निर्वतमान सचिव के वेतन से किश्तवार वसूल करने का निर्देश दिया था, लेकिन अब तक उनके वेतन से वसूल नहीं किया गया है। नौ साल पूर्व ग्राम पंचायतों को 1.88 करोड़ रुपये की धनराशि दी गई थी। इन ग्राम पंचायतों से दी गई धनराशि की आडिट आख्या मांगी गई थी, लेकिन किसी ने दिया नहीं है। सीडीओ के माध्यम से दो बार अनुस्मारक पत्र दिया गया है। इसके बाद भी नहीं देते हैं तो इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
ओमप्रकाश पांडेय,
डीपीआरओ, देवरिया
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप