खतरे का सबब घनी आबादी के बीच हाइटेंशन तार
देवरिया शहर के पांच मोहल्लों से होकर गुजरा है तार।
देवरिया: शहर की घनी आबादी के लोगों को हर समय हादसे का डर सता रहा है। यहां के लोग हाइटेंशन तार के नीचे रह रहे हैं। लोग यहां से तार शिफ्ट कराने के लिए विभाग से लगातार गुहार लगा रहे हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
रामलीला मैदान उपकेंद्र को जाने वाली हाईटेंशन तार के नीचे रामनाथ देवरिया मोहल्ले की कुछ आबादी तो गौरीबाजार उपकेंद्र को जाने वाली 33 हजार वोल्ट की लाइन देवरिया खास के कुछ घरों के ऊपर से गुजरी है। इसी तरह भटवलिया उपकेंद्र को जाने वाली लाइन के नीचे भटवलिया, साकेत नगर मोहल्ले के घर हैं। 11 हजार वोल्ट के तार के नीचे भी घनी आबादी है। इन हाइटेंशन तार के नीचे रहने वाले लोग हमेशा डरे रहते हैं।
हाईटेंशन तार कई स्थानों पर काफी नीचे तो कई जगह लोगों के घरों के ठीक ऊपर से गुजर रहे है। बिजली विभाग के अधिकारी कहते हैं कि जब यह तार खींचे गए थे उस समय उसके नीचे आबादी नहीं थी। बाद में लोग खुद यहां घर बना लिए। मान लिया जाए कि पहले लाइन खींची गई और घर का निर्माण बाद में कराया गया, तो जब घर बन रहा था, उस समय बिजली विभाग के अधिकारी कहां थे? उन्हें लोगों को सचेत करना चाहिए था।
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छत पर नहीं करा पा रहे निर्माण
साकेत नगर मोहल्ले के रामजी, रामनाथ देवरिया के भरत का कहना है कि हर समय खतरा मंडराता रहता है। चाह कर भी हम लोग अपने छत पर कोई निर्माण कार्य या कोई कार्यक्रम नहीं कर पाते। हर समय करंट की चपेट में आने का डर रहता है। लोगों का कहना है कि बहुत बार हम लोगों ने तार हटाने की मांग की लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला।
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तार बिछने के बाद मकान बने हैं। ऐसे में तार हटाना संभव अभी नहीं है।
रामसेवक, अधिशासी अभियंता
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