क्वारंटाइन सेंटरों में प्रवासियों के साथ होती रही मारपीट
देवरिया जिले में आठ जगहों पर क्वारंटाइन सेंटरों में मारपीट की घटनाएं हुई।
देवरिया: लॉकडाउन-तीन तक तो जनपद में मारपीट की घटनाएं छिटपुट होती रहीं, लेकिन लॉकडाउन-चार में बाढ़ सी आ गई है। इन घटनाओं में पुरानी रंजिश मुख्य वजह है। इसमें प्रवासियों के साथ गांव में स्थाई रूप से रहने वाले लोगों की भी भूमिका रही है।
हर दिन सदर कोतवाली में दो से तीन तो जनपद में लगभग आठ से नौ मामले मारपीट के सामने आए हैं। इसमें जमीन व पुरानी रंजिश सर्वाधिक हैं। जबकि जनपद में एक माह के अंदर क्वारंटाइन सेंटर में घुसकर प्रवासियों के साथ मारपीट की आठ घटनाएं सामने आई हैं। इनमें से पांच मामलों में मुकदमा दर्ज हुआ है, जबकि अन्य मामलों में समझा-बुझाकर शांत कराया गया है।
क्वारंटाइन सेंटर में मारपीट की पहली घटना रामपुर कारखाना के पिपरा दौला कदम में चार मई को हुई। यहां दुर्गावती देवी के बेटे को गांव के जौहर ने चहारदीवारी फांद कर क्वारंटाइन सेंटर में घुस कर बेरहमी से पीटा। इस पूरे मामले का वीडियो वायरल हुआ तो पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जौहर को जेल भेज दिया। इसी तरह सदर कोतवाली के खोराराम में क्वारंटाइन सेंटर में आपसी रंजिश को लेकर मारपीट हुई और दोनों पक्षों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया। इसी तरह सदर कोतवाली के भीमपुर, मुंडेरा मल्ल व रानीघाट गांव भी घटना हुई।
तरकुलवा के कोन्हवलिया बाबू राय, भाटपाररानी के मेहरौना व एकौना निबा गांव में भी क्वारंटाइन सेंटर में विवाद हुआ। गांव में भी मारपीट की घटनाएं बढ़ गईं हैं।
खुखुंदू थाना क्षेत्र के पिपरा शुक्ल में भूमि विवाद में प्रवासियों की भूमिका महत्वपूर्ण हो गई है। जिसको लेकर पुलिस सख्त दिख रही है। अभी किसी पक्ष के खिलाफ केस दर्ज नहीं हुआ है।
अपर पुलिस अधीक्षक शिष्यपाल ने कहा, क्वारंटाइन सेंटर में प्रवासियों के साथ हुई मारपीट की घटनाओं में पुलिस विधिक कार्रवाई कर रही है। कुछ मामलों में आरोपितों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है। इन दिनों मारपीट की घटनाओं में इजाफा हुआ है।